मुंबई, एजेंसी। मुंबई की एक अदालत ने मुंबई पुलिस को जनवरी 2020 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों पर हमले के बाद गेटवे ऑफ इंडिया पर हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल 36 लोगों के खिलाफ अपना मामला वापस लेने की अनुमति दे दी है। पुलिस ने अपनी याचिका में कहा कि आरोपियों ने बिना किसी व्यक्तिगत हित या लाभ के कथित कृत्य किया था।

कोर्ट ने इस महीने दी थी अनुमति

एस्प्लेनेड कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट एस वी डिंडोकार ने इस महीने की शुरुआत में मामले को वापस लेने के लिए आवेदन की अनुमति दी थी। इसके बाद सोमवार को आदेश उपलब्ध कराया गया।

पुलिस ने कहा- सार्वजनिक संपत्ति को नहीं हुआ नुकसान

अतिरिक्त लोक अभियोजक गौतम गायकवाड़ के माध्यम से दायर याचिका में पुलिस ने तर्क दिया कि आरोपी व्यक्तियों ने कथित कार्य को बिना किसी व्यक्तिगत हित या लाभ के विरोध के रूप में किया था। पुलिस ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान के साथ-साथ कोई जनहानि नहीं हुई है।

अभियोजन पक्ष ने मामले को आगे नहीं बढ़ाने का किया फैसला

वहीं, याचिका पर विचार करने के बाद अदालत ने कहा कि मामले के आरोपों, तथ्यों और कथित कृत्य की प्रकृति सामाजिक और राजनीतिक होने पर विचार करते हुए अभियोजन मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है और उसने मामले को वापस लेने का फैसला किया है। अदालत ने कहा कि आवेदन की अनुमति दी जाती है और मामले को वापस ले लिया जाता है।

गेटवे ऑफ इंडिया में विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए थे छात्र

बता दें कि जनवरी 2020 में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हिंसा हुई थी। इसे लेकर मुंबई के विभिन्न कॉलेजों के छात्र मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे। मामले की जांच कर रही कोलाबा पुलिस ने दिसंबर 2020 में 36 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।

400 के करीब प्रदर्शनकारियों ने लिया था हिस्सा

चार्जशीट में कहा गया था कि जेएनयू में छात्रों के खिलाफ हिंसा की खबरें देर शाम सामने आने के बाद लोग 5 जनवरी 2020 की आधी रात को गेटवे ऑफ इंडिया पर मोमबत्तियां लेकर इकट्ठा होने लगे थे। यह दावा किया गया कि प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़कर 400 हो गई थी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों को सूचित किया गया कि उनके पास इकट्ठा होने की अनुमति नहीं है और विरोध करने के लिए निर्धारित जगह आजाद मैदान में है। आरोप पत्र में कहा गया है कि इसे नजरअंदाज कर दिया गया और प्रदर्शन मौके पर जारी रहा।

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Edited By: Mohd Faisal