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Lockdown: मुंबई के पुलिस थानों में लगने लगी गांव जाने वालों की भीड़

Lockdown मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी प्रणय अशोक के अनुसार मुंबई पुलिस की ओर से प्रवासियों से एक फॉर्म भरवाया जा रहा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 02 May 2020 11:04 PM (IST)Updated: Sat, 02 May 2020 11:04 PM (IST)
Lockdown: मुंबई के पुलिस थानों में लगने लगी गांव जाने वालों की भीड़
Lockdown: मुंबई के पुलिस थानों में लगने लगी गांव जाने वालों की भीड़

राज्य ब्यूरो, मुंबई। Lockdown: गांव जाने की इच्छा रखने वाले प्रवासियों की मुंबई के पुलिस थानों में कतारें लगने लगी हैं। थाने में ही उनसे फॉर्म भरवाकर सूची तैयार की जा रही है। जिलावार सूचीबद्ध कर उन्हें विशेष ट्रेनों से भेजने की शुरुआत हो गई है। मुंबई क्षेत्र से ऐसी पहली विशेष ट्रेन शनिवार की शाम भिवंडी से रवाना हो चुकी है।

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मुंबई पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी प्रणय अशोक के अनुसार मुंबई पुलिस की ओर से प्रवासियों से एक फॉर्म भरवाया जा रहा है। इसे मुंबई पुलिस की वेबसाइट से भी डाउनलोड किया जा सकता है। गांव जानेवाले प्रवासी अपने बीच से किन्हीं दो लोगों को ग्रुप लीडर चुन फॉर्म भरने के लिए थाने भेज सकते हैं। भरे हुए फॉर्म के साथ प्रवासियों को किसी रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर डॉक्टर से अपने पूर्ण स्वस्थ होने का प्रमाणपत्र देना होगा।

ये भरे हुए फॉर्म जोनल डीसीपी के जरिए कलेक्टर तक पहुंचाए जाते हैं। जहां जिलावार सूची तैयार करके उन्हें एक ही गाड़ी में भेजने की व्यवस्था की जा रही है। शनिवार की शाम भिवंडी से निकली ट्रेन में सिर्फ गोरखपुर के यात्रियों को भेजा गया है। घर लौटने वालों में अभी सिर्फ उन्हीं प्रवासियों का पंजीकरण किया जा रहा है, जिनके पास उनके गांव का आधार कार्ड अथवा वोटर कार्ड है।

रेलवे सूत्रों के अनुसार विशेष ट्रेनों की बुकिंग सीधे कलेक्टर के द्वारा की जा रही है। पूरी ट्रेन का भुगतान भी उन्हीं के द्वारा होगा। जिलावार यात्रियों की सूची तैयार होने के बाद राज्य प्रशासन के आग्रह पर सिर्फ तैयार ट्रेन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी रेलवे बोर्ड की है। गैर वातानुकूलित ट्रेन में प्रवासियों से इसका कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है। न ही इसका कोई टिकट दिया जा रहा है। ट्रेन में यात्रियों के बैठने का इंतजाम परस्पर शारीरिक दूरी का ध्यान रखकर ही किया जा रहा है। 72 शायिका वाले डिब्बे में 52 शायिकाओं की ही बुकिंग की जा रही है। लंबी दूरी के यात्रियों के लिए एक बार भोजन राज्य प्रशासन दे रहा है।

सफर के बीच यात्रियों को भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी रेल विभाग को दी गई है। जो लोग अपने निजी वाहन से जाना चाहते हैं, उनसे भी वाहन और ड्राइवर की पूरी जानकारी लेकर उन्हें विशेष पास उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


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