Mumbai Metro Line 3: मुंबई के दक्षिणी छोर तक का सफर होगा आसान, अगले साल से मिलेगी सुविधा
Mumbai Metro Line 3 मुंबई में बिछ रहे मेट्रो के जाल की सबसे बड़ी भूमिगत मेट्रो लाइन दिसंबर 2023 तक शुरू हो जाएगी। यह न सिर्फ मुंबईवासियों को यात्रा का चौथा विकल्प उपलब्ध कराएगी बल्कि उन्हें मुंबई के बिल्कुल दक्षिणी छोर तक के सफर की सुविधा भी देगी।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। Mumbai Metro Line 3: महाराष्ट्र में मुंबई (Mumbai) में बिछ रहे मेट्रो के जाल की सबसे बड़ी भूमिगत मेट्रो लाइन दिसंबर, 2023 तक शुरू हो जाएगी। यह न सिर्फ मुंबईवासियों को यात्रा का चौथा विकल्प उपलब्ध कराएगी, बल्कि उन्हें मुंबई के बिल्कुल दक्षिणी छोर तक के सफर की सुविधा भी देगी।
मुंबई की लाइफ लाइन
फिलहाल, मुंबई की लोकल ट्रेनों को ही मुंबई की लाइफ लाइन कहा जाता है। पश्चिमी, पूर्वी और नई मुंबई के उपनगरों सहित डहाणू, कर्जत, कसारा और पनवेल तक के सुदूर स्टेशनों तक से यात्री इसी लाइफलाइन के जरिए मुंबई पहुंचते रहे हैं, लेकिन ये सारी उपनगरीय रेल लाइनें दक्षिण मुंबई में मुंबई छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसएमटी) व चर्चगेट पर ही आकर समाप्त हो जाती हैं।
जानें, कब शुरू होगा दूसरा फेज
इससे आगे कफ परेड तक जाने के लिए मुंबईवासियों को टैक्सी या बस का सहारा लेना पड़ता है, लेकिन मुंबई मेट्रो लाइन-3 न सिर्फ मुंबई बीचोबीच से गुजरते हुए कई महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्रों, कालेजों, अस्पतालों को जोड़ेगी, बल्कि यह मुंबई के बिल्कुल दक्षिणी छोर कुलाबा तक भी ले जाएगी। इस मेट्रो लाइन का आरे कालोनी से बांद्रा तक का पहला फेज दिसंबर 2023 में और आरे कालोनी से कफ परेड तक का दूसरा फेज 2024 के मध्य तक शुरू हो जाएगा।
सिर्फ एक स्टेशन जमीन के ऊपर होगा
मुंबई मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (एमएमआरसीएल) के निदेशक (प्रोजेक्ट्स) एसके गुप्ता के अनुसार, लगभग 38,000 करोड़ रुपयों की लागत से बन रही मुंबई मेट्रो-3 परियोजना की कुल लंबाई 33.5 किमी होगी। यह मेट्रो लाइन पूरी तरह से भूमिगत होगी। इसके 27 में से 26 स्टेशन भूमिगत होंगे, सिर्फ एक स्टेशन जमीन के ऊपर होगा। यह मेट्रो कुलाबा से सीप्ज तक की दूरी एक घंटे में पूरी करेगी। नरीमन प्वाइंट, कफ परेड, फोर्ट, लोअर परेल, बीकेसी और सीप्ज जैसे व्यस्त कार्यक्षेत्रों को यह मेट्रो जोड़ेगी।
प्रतिदिन 17 लाख यात्रियों का आवागमन होगा सुगम
उम्मीद है कि मुंबई के दक्षिणी छोर से उत्तर में पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों के मध्य स्थित सीप्ज व आरे कालोनी को जोड़ने वाली यह मेट्रो लाइन प्रतिदिन 17 लाख यात्रियों का आवागमन सुगम बनाएगी। फिलहाल, इसका 76.6 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इस लाइन के शुरू होने से मुंबई के वे क्षेत्र भी यात्रियों की पहुंच में आ जाएंगे, जहां से उपनगरीय ट्रेनें नहीं गुजरती थीं।
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