Coronavirus: स्वयं नर्स बन कर जंग में उतरीं मुंबई की महापौर
Coronavirus. मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने एक बार फिर अपना नर्स का बाना धार लिया है ताकि अग्रिम मोर्चे पर लगे स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल ऊंच रखा जा सके।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। Coronavirus. आयरलैंड के प्रधानमंत्री लियो वरदकर कोरोना संकट के दौरान अपने मूल व्यवसाय चिकित्सक के रूप में भी काम कर रहे हैं। भारतीय वायुसेना के प्रमुखों को अक्सर अपने पायलटों का मनोबल बढ़ाने के लिए स्वयं युद्धक विमान उड़ाते देखे जाते हैं। इसी तरह कोरोना से जंग के दौरान मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने एक बार फिर अपना नर्स का बाना धार लिया है, ताकि अग्रिम मोर्चे पर लगे स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल ऊंच रखा जा सके।
मुंबई के बीआईएल नायर चैरिटेबल हॉस्पिटल एंड टीएन मेडिकल कॉलेज में आज नर्स के कपड़े पहनकर पहुंचीं किशोरी पेडणेकर ने कहा कि हम सब जानते हैं कि हम लोग इस समय एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं। सभी नर्सें कठिन परिश्रम कर रही हैं। नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे द्वितीय और तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को भी अस्पतालों में सेवा पर बुला लिया गया है। मैं यहां उन सभी का मनोबल बढ़ाने आई हूं। पेडणेकर के अनुसार, इस समय लोगों को यह अहसास कराने की जरूरत है कि लोग अपने घरों में रहें, हम उनकी मदद के लिए यहां हैं। पेडणेकर के अनुसार उन्होंने यह पोशाक लोगों की सेवा में उतरे नर्सिंग के छात्रों एवं उनके अभिभावकों के मन में भरोसा जगाने के लिए धारण की है। उन्होंने महापौर के रूप में उन्हें काम करने का मौका देने के लिए शिवसेना अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के प्रति आभार भी व्यक्त किया।
मुंबई के एक मिल कामगार की पुत्री 56 वर्षीय किशोरी पेडणेकर 1992-93 में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट के एक अस्पताल में नर्स का कम शुरू किया और 10 साल इस सेवा में रहीं। उसी दौरान शिवसेना प्रमुख बालासाहब ठाकरे से प्रेरित होकर उन्होंने शिवसेना की सदस्यता ले ली थी। वह चार बार वरली के जी-दक्षिण वार्ड की सभासद रह चुकी हैं। कुछ माह पहले ही उन्हें मुंबई के प्रथम नागरिक, अर्थात महापौर की जिम्मेदारी मिली है। बता दें कि मुंबई देश में कोरोना का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बना हुआ है।