अवनी की मौत के बाद एक और आदमखोर बाघिन के आतंक से महिला की मौत
चंद्रापुर के पेंड्रु गांव में एक आदमखोर बाघिन ने महिला पर हमला कर दिया जिससे उस महिला की मौत हो गई।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पांढरकवड़ा जंगल में 14 लोगों को मौत के घाट उतारने वाली आदमखोर बाघिन अवनि की मौत के बाद चंद्रापुर के पेंड्रु गांव में भी एक और आदमखोर बाघिन के हमले से एक महिला की मौत हो गई।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के पांढरकवड़ा जंगल में बाघिन अवनि (टी-1) को 2 नवंबर को मौत की नींद सुला दिया गया था। पिछले दो साल में उसने करीब 14 लोगों का शिकार किया था। अवनी के आदमखोर होने के बाद महाराष्ट्र वन्य विभाग ने उसे देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए हुए थे। हालांकि, उसे बचाने के लिए भी कुछ एनजीओ आगे आए और सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे। लेकिन सर्वोच्च अदालत ने हाईकोर्ट के फैसले को ही बरकरार रखा।
पंढारवड़ा में काफी समय से आदमखोर बाघिन का खौफ था। ये बाघिन अब तक कम से कम 14 लोगों को अपना शिकार बना चुकी थी। पांच साल की बाघिन (टी1) का इतना खौफ था कि पंढारवडा और आसपास के गांवों के लोग रात-रातभर जागकर पहरा देते थे। खौफ के कारण लोग जंगल में जाने से कतराते थे, जिसके चलते खेती करने और मवेशी पालने वाले लोग खासे परेशान थे।
इस बाघिन की पहली शिकार एक बुजुर्ग महिला हुई थी, जिसका शव कपास के खेत में मिला था। महिला के शरीर पर बाघ के पंजों के निशान से उसकी मौत के बारे में पता चला था। इसके बाद से ये सिलसिला लगातार जारी था।
ज्ञात हो कि बाघिन को पकडऩे के लिए काफी समय से प्रयास किए जा रहे थे इसके लिए 100 कैमरे लगाए गए थे। गोल्फर ज्योति रंधावा के शिकारी कुत्तों और पैराग्लाइडर्स को भी अवनि को ढूंढने के काम में लगाया गया था। उसे मारने के लिए वन विभाग ने हैदराबाद से शार्पशूटर नवाब शौकत को भी बुलाया गया था। नवाब शौकत के पास 500 जंगली जानवरों का शिकार करने का अनुभव है।