Move to Jagran APP

Maharashtra Rains: महाराष्ट्र में बारिश से मरने वालों की संख्‍या और बढ़ी, 213 की मौत आठ लापता; ऊर्जा मंत्री राउत लेंगे नुकसान का जायजा

Maharashtra rains महाराष्ट्र में बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्‍खलन से अब तक 213 लोगों की मौत हो चुकी है और आठ लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं। 52 घायलों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 07:41 AM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 08:37 AM (IST)
Maharashtra Rains: महाराष्ट्र में बारिश से मरने वालों की संख्‍या और बढ़ी, 213 की मौत आठ लापता; ऊर्जा मंत्री राउत लेंगे नुकसान का जायजा
महाराष्ट्र में मौत का आंकड़ा बढ़कर 213 तक पहुंच गया है।

मुंबई, पीटीआइ। महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह हुई बारिश के कारण हुई घटनाओं में मौत का आंकड़ा बढ़कर 213 तक पहुंच गया है। जिसमें से अकेले रायगढ़ जिले में लगभग 100 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि आठ लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं। बता दें कि 20 जुलाई को हुई भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के कई हिस्सों में विशेष रूप से तटीय कोंकण और पश्चिमी जिलों में भारी बाढ़ और भूस्खलन हुआ है।

loksabha election banner

महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री डॉ. नितिन राउत आज कोंकण क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। राउत ने कहा बाढ़ग्रस्‍त क्षेत्रों में बिजली बहाली का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका है। हम उन जगहों पर सोलर लैंप भी उपलब्ध करा रहे हैं जहां बिजली बहाल होनी बाकी है।

आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 213 मौतों में से, रायगढ़ जिले में सबसे अधिक 95, सतारा में 46, रत्नागिरी में 35, ठाणे में 15, कोल्हापुर में सात, मुंबई में चार, पुणे में तीन, सिंधुदुर्ग में चार और पूर्वी महाराष्ट्र के वर्धा और अकोला में दो-दो मौतें हुईं है। आठ लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं जबकि 52 घायलों का विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। रायगढ़, सतारा और रत्नागिरी जिलों में अधिकांश मौतें भूस्खलन के कारण हुईं, जबकि बाढ़ ने कोल्हापुर और सांगली में कई लोगों की जान ले ली।

मिली जानकारी के अनुसार 1 जून से अब तक महाराष्ट्र में बारिश से संबंधित घटनाओं में 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ में कुल 61,280 पालतू जानवर भी मारे गए, जिनमें से अधिकांश सांगली, कोल्हापुर, सतारा और सिंधुदुर्ग जिलों में हैं। सह्याद्री रेंज में भारी बारिश के कारण सतारा, सांगली और कोल्हापुर जिलों से बहने वाली नदियों में पानी भर गया, जिससे लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा। अकेले सांगली जिले में 2,11,808 सहित 4,35,879 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली जिले में भारी बारिश नहीं हुई, लेकिन कोयना बांध से पानी छोड़े जाने से सांगली शहर और कई गांव जलमग्न हो गए। बाढ़ग्रस्‍त इलाके से खाली कराए गए लोगों के लिए 349 राहत शिविर बनाए गए हैं जिनमें कोल्हापुर में 216, सांगली में 74, सतारा में 29, रत्नागिरी में 16 और रायगढ़ में 14 राहत शिविर हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.