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Maharashtra : विधायक के ठिकानों पर छापे से बौखलाई शिवसेना, राजनीतिक बदले की कार्रवाई दिया करार

शिवसेना विधायक के 10 ठिकानों पर ईडी का छापा बेटा विहंग पूछताछ के लिए हिरासत में। ईडी को शक है कि सरनाईक और उनके पुत्रों ने टाप्स समूह में गलत तरीके से निवेश किया है। प्रताप पुराने मित्र लेकिन टाप्स समूह में एक पैसे का निवेश नहीं राहुल नंदा

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 10:15 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 10:15 PM (IST)
Maharashtra : विधायक के ठिकानों पर छापे से बौखलाई शिवसेना, राजनीतिक बदले की कार्रवाई दिया करार
राउत ने कहा-ईडी या अन्य केंद्रीय एजेंसियों को किसी राजनीतिक दल की शाखा के रूप में काम नहीं करना चाहिए।

राज्य ब्यूरो, महाराष्ट्र। प्रताप सरनाईक शिवसेना के मुखर विधायकों में जाने जाते हैं। वह मुंबई से सटे ठाणे जनपद की ओवला-माजीवाड़ी विधानसभा सीट से विधायक हैं। हाल ही में विधानसभा में पत्रकार अर्नब गोस्वामी के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी सरनाईक ही लाए थे। प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार सुबह उनके घर एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों सहित मुंबई और ठाणे में 10 जगह छापे मारे और उनके बेटे विहंग को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। इस छापे से बौखलाई शिवसेना ने इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया है। 

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उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य का भी करीबी माना जाता है

ठाणे के हीरानंदानी काम्प्लेक्स स्थित उनके आवास पर करीब चार घंटे की तलाशी के बाद ईडी ने उनके बेटे विहंग को भी हिरासत में ले लिया। विहंग के नाम पर ही विहंग ग्रुप आफ कंपनीज की स्थापना की गई है, जिसके अध्यक्ष खुद प्रताप सरनाईक हैं। उनके आवास की तलाशी के बाद ईडी की टीम प्रताप सरनाईक के दूसरे पुत्र पूर्वेश के घर भी गई। पूर्वेश को प्रताप सरनाईक का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। प्रताप का होटल व्यवसाय भी पूर्वेश ही देखते हैं। उन्हें उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य का भी करीबी माना जाता है। 

ईडी को शक-टाप्स समूह में गलत तरीके से निवेश किया 

ईडी सूत्रों के अनुसार ये छापेमारी सुरक्षा प्रदान करनेवाली कंपनी टाप्स ग्रुप के प्रमोटर एवं उससे संबंधित लोगों के यहां की जा रही है। ईडी ने जिन 10 जगहों पर छापे मारे उनमें टाप्स ग्रुप के प्रतिष्ठान भी शामिल हैं। ईडी को शक है कि सरनाईक और उनके पुत्रों ने टाप्स समूह में गलत तरीके से निवेश किया है। जबकि टाप्स समूह के चेयरमैन राहुल नंदा का कहना है कि प्रताप सरनाईक उनके बहुत पुराने मित्र हैं। लेकिन उन्होंने टाप्स समूह में एक पैसे का भी निवेश नहीं किया है। ईडी की यह कार्रवाई जल्दी ही अपनी सरकार के एक साल पूरे करने जा रही शिवसेना को रास नहीं आई। उनके प्रवक्ता संजय राऊत ने इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है। 

मानसिक प्रताड़ना के उद्देश्य से कार्रवाई पड़ सकती भारी

राऊत का कहना है कि अगर किसी को लगता है कि केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके वे सरकार बना सकते हैं, तो वे गलत सोच रहे हैं। अगले 25 साल तक वे सत्ता में नहीं आ सकते। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना उसे चुनौती देते हुए कहा कि आज आप शुरू कर रहे हैं, लेकिन मुझे पता है कि इसे कैसे खत्म करना है। राऊत आगे कहते हैं कि ईडी या अन्य केंद्रीय एजेंसियों को किसी राजनीतिक दल की शाखा के रूप में काम नहीं करना चाहिए। यदि आपके पास कोई सबूत हो, तो कार्रवाई करिए। लेकिन आप राज्य सरकार से जुड़े लोगों की मानसिक प्रताड़ना के उद्देश्य से कार्रवाई करेंगे, तो यह आप पर ही भारी पड़ेगा। 

हमारे नेता और विधायक घुटने नहीं टेकेंगे, लड़ते रहेंगे

हमें लगता है वह समय निकट आ गया है। राऊत के अनुसार आप सीबीआई, ईडी या किसी भी एजेंसी से कितना भी दबाव डलवा लीजिए, मारे नेता और विधायक घुटने नहीं टेकेंगे। हम लड़ते रहेंगे। महाराष्ट्र में ‘सत्यमेव जयते’ की ही विजय होगी। जबकि संजय राऊत के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है कि उन्हें ईडी की कार्रवाई के बारे में पता नहीं है। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय बिना सबूत के किसी कार्रवाई की शुरुआत नहीं करता है। अगर उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है, तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है।


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