Maharashtra Political Crisis: संजय राउत बोले, गुवाहाटी से 40 विधायकों के यहां शव आएंगे
Maharashtra Political Crisis मुंबई में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि गुवाहाटी में 40 विधायक जिंदा लाश हैं उनकी आत्माएं मर चुकी हैं। उनके वापस आने पर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सीधे विधानसभा भेजा जाएगा। वे जानते हैं कि यहां लगी आग में क्या हो सकता है।
मुंबई, एएनआइ। महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच रविवार को मुंबई में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि गुवाहाटी में 40 विधायक जिंदा लाश हैं, उनकी आत्माएं मर चुकी हैं। उनके वापस आने पर शवों को पोस्टमार्टम के लिए सीधे विधानसभा भेजा जाएगा। वे जानते हैं कि यहां लगी आग में क्या हो सकता है। संजय राउत ने विद्रोही विधायकों को धमकाते हुए कहा कि गुवाहाटी में कब तक छुपोगे, कभी तो मुंबई आना होगा।
इधर, महाराष्ट्र में सियासी उथल-पुथल के बीच शिवसेना के 15 विद्रोही विधायकों को केंद्र सरकार ने वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है। शिवसेना से बगावत करने वाले विधायकों के घर और दफ्तरों पर हमले के मद्देनजर केंद्र ने उनको सुरक्षा मुहैया कराई है। विधायकों की सुरक्षा में सीआरपीएफ के कमांडो तैनात किए गए हैं। उनके परिजनों को भी सुरक्षा मिलेगी।
इस बीच, शिवसैनिकों ने मुंबई में कुछ और विद्रोही विधायकों के दफ्तरों में तोड़फोड़ की। इस बीच, गुवाहाटी में मौजूदा शिवसेना विधायकों से असम के मंत्री ने मुलाकात की। इधर, मुंबई में कोरोना से उबरकर महाराष्ट्र के राज्यपाल राजभवन लौट आए हैं।
गौरतलब है कि शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शनिवार को संजय राउत ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि किसी को भी शिवसेना व इसके संस्थापक बालासाहब ठाकरे के नाम के दुरुपयोग की अनुमति नहीं दी जा सकती। राउत शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक में राउत ने और तल्ख लहजे में कहा कि जिन्हें वोट चाहिए, वे अपने बाप का नाम इस्तेमाल करें, न कि शिवसेना के जनक बालासाहब ठाकरे का। उन्होंने यह भी कहा कि विद्रोह करने वाले मंत्रियों को 24 घंटे में उनके पद से हटा दिया जाएगा।
महाराष्ट्र विधानमंडल सचिवालय ने शनिवार को एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 बागी विधायकों को समन भेजकर उन्हें अयोग्य घोषित करने की शिकायत पर सोमवार शाम तक लिखित जवाब मांगा है। शिवसेना के चीफ व्हिप सुनील प्रभु द्वारा भेजे गए समन पर महाराष्ट्र विधानभवन के प्रधान सचिव राजेंद्र भागवत के हस्ताक्षर हैं।