Maharashtra Lockdown: सावधान! आपके WhatsApp चैट और FB पोस्ट पर है पुलिस की निगाह
Maharashtra Lockdown राज्य में पिछले दिनों सेना तैनाती की अफवाह से अफरातफरी मच गई थी। साइबर सेल अब तक सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़े 439 केस दर्ज कर 238 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
मुंबई, पीटीआई। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ ही अफवाहें भी तेजी से फैल रही हैं। कभी ट्रेन चलने की अफवाह पर हजारों की भीड़ स्टेशन पर जमा हो जा रही तो कभी मुंबई व पुणे के कोरोना हॉटस्पॉट पर सेना को तैनात करने की अफवाहों ने राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। ऐसे में महाराष्ट्र पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस की साइबर अपराध शाखा (Cyber Crime Wing) अफवाह फैलाने वालों पर नजर रख रही है। साइबर सेल फिलहाल उन लोगों की पहचान करने में जुटी है, जिन्होंने पिछले दिनों सोशल मीडिया के जरिये मुंबई और पुणे के हॉटस्पॉट वाले इलाकों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए सेना की तैनाती की अफवाहें फैलाई थीं। साइबर सेल अफवाह फैलाने वालों की पहचान करने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट खंगाल रही हैं।
महाराष्ट्र में हैं सबसे ज्यादा कोरोना मरीज
महाराष्ट्र में शुक्रवार सुबह तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 59,546 पहुंच चुकी है। इसमें से 1982 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18,616 लोग सही हो चुके हैं। देश में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या महाराष्ट्र में ही है। महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज मुंबई और पुणे में हैं। इसी के मद्देनजर कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर अफवाह फैला दी गई कि कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों (हॉटस्पॉट) में सेना की तैनाती होने वाली है।
सेना तैनाती की अफवाह से अफरातफरी
सेना तैनात किये जाने की अफवाह से मुंबई और पुणे में अफरातफरी मच गई थी। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने सेना की तैनाती संबंधी अफवाहों का तुरंत खंडन कर दिया था। इसके साथ ही महाराष्ट्र पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले शरारती तत्वों की पहचान के लिए जांच भी शुरू कर दी है।
मुंबई पुलिस ने लोगों को किया सावधान
मुंबई पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस तरह की अफवाहों का खंडन करते हुए लोगों को इन पर ध्यान न देनें की अपील की है। साथ ही पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि इस तरह के मैसेज अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फारवर्ड न करें। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि साइबर सेल उन लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रही है, जिन्होंने इस अफवाह को जन्म दिया। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके अलावा जान-बूझकर सोशल मीडिया पर इस तरह के फेक मैसेज को फारवर्ड करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होगी।
फेक व आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट पर 439 केस दर्ज
महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक मार्च 2020 के अंत से देशभर में लागू लॉकडाउन के दौरान अफवाहें फैलाने के मामलों में साइबर सेल द्वारा अब तक कुल 439 केस दर्ज किए गए हैं। इन केस में अब तक 238 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 183 मामले केवल वाट्सऐप से जुड़े हुए हैं। ये वो केस हैं, जिसमें वाट्सऐप पर आपत्तिजनक मैसेज फारवर्ड किये गए हैं। इसी तरह 173 केस फेसबुक पर झूठे अथवा आपत्तिजनक पोस्ट फारवर्ड करने वालों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं।