Maharashtra Floods: महाराष्ट्र में बाढ़ से हालात गंभीर, 48 घंटों में भीषण बारिश की आशंका
महाराष्ट्र में बाढ़ से स्थिति गंभीर होती जा रही है सुबह से ही एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्यो में लगी हुई है मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भीषण बारिश की आशंका जतायी है।
मुंबई,एएनआइ। महाराष्ट्र में बाढ़ से हालात गंभीर होते जा रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में आने वाले 48 घंटों में भीषण बारिश की आशंका है। एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम बाढग़्रस्त इलाकों में पहुंचकर लोगों की मदद कर रही है। गौरतलब है कि मुंबई और कोंकण के बाद पश्चिम महाराष्ट्र को चपेट में ले चुकी भीषण बरसात के कारण पिछले तीन दिनों में 26 लोगों की जान जा चुकी है। पिछले एक सप्ताह से इस क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण लगभग पूरा पश्चिम महाराष्ट्र बाढ़ की चपेट में आ गया है। कोल्हापुर और सांगली पूरी तरह जलमग्न दिखाई दे रहे हैं, तो पुणे और सातारा में बाढ़ का असर है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के जवान कोल्हापुर के हसुर गांव में राहत और बचाव कार्य करते हुए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बरसात के कारण बढ़े जलस्तर के नीचे आने पर हम पीने का पानी और बिजली बहाल करने पर ध्यान देंगे। कोल्हापुर और सांगली में 100 डॉक्टरों की एक टीम भेजी जा रही है। दवाओं की कोई कमी नहीं है।
#WATCH: National Disaster Response Force (NDRF) provides relief material to flood-affected people in Sangli. #maharashtrafloods pic.twitter.com/45CCi5O8XY — ANI (@ANI) August 10, 2019
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, देवेंद्र फड़नवीस ने आज बाढ़ प्रभावित कोल्हापुर और सांगली का दौरा किया, ताकि स्थिति की समीक्षा की जा सके।
बाढ़ राहत के लिए बचाव प्रयासों में सहायता करने के लिए विशाखापत्तनम से भारतीय नौसेना की अतिरिक्त 15 टीमें आज कोल्हापुर पहुंचीं।
कोल्हापुर में सभी 14 नौसेना दल शनिवार सुबह 6 बजे से कोल्हापुर के पास शिरोली गाँव (शिरोल ब्लॉक) में बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल ने शुक्रवार को सांगली जिले के लगभग 8000 और कोल्हापुर जिले के लगभग 2000 लोगों को बचाया।
मुख्यमंत्री ने इन क्षेत्रों का हवाई दौरा कर पत्रकारों को बताया कि बाढ़ के कारण इन कोल्हापुर और सांगली में अब तक 26 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें से 12 लोगों को सांगली के ब्रम्हनाल गांव में बचाव के लिए निकली नौका डूबने से अपनी जान गंवानी पड़ी है। मुख्यमंत्री के अनुसार स्थिति बहुत ही खराब है। उचित समय पर इस क्षेत्र को राष्ट्रीय आपदाग्रस्त क्षेत्र घोषित किया जाएगा। बता दें कि मुंबई, कोकण और पश्चिम महाराष्ट्र में बाढ़ का कहर होने के बावजूद इसी सूबे के सूखा प्रभावित मराठवाड़ा और विदर्भ अभी भी इस मानसून की पूरी बरसात से वंचित दिखाई दे रहे हैं।
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