Maharashtra CM एकनाथ शिंदे ने पहली बार बताया घटनाक्रम, 20 जून को ऐसा क्या हुआ? उद्धव सरकार के खिलाफ छेड़ी बगावत
महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वासमत जीतने के बाद उस सवाल पर चुप्पी तोड़ दी जो 20 जून के बाद से लोगों की जुबान पर था कि आखिर 20 जून को ऐसा क्या हुआ था कि एकनाथ शिंदे ने उद्धव सरकार के खिलाफ बगावत का ऐलान कर दिया।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वासमत जीतने के बाद उस सवाल पर चुप्पी तोड़ दी जो 20 जून के बाद से लोगों की जुबान पर था कि आखिर शिंदे बागी क्यों हुए? आखिर 20 जून को ऐसा क्या हुआ था कि एकनाथ शिंदे ने उद्धव सरकार के खिलाफ बगावत का ऐलान कर दिया। इसी कड़ी में शिंदे ने उस दिन का घटनाक्रम भी लोगों के सामने जाहिर कर दिया।
उन्होंने कहा कि उस दिन (यानी 20 जून को विधान परिषद चुनाव के दिन) मेरे साथ जिस तरह का बर्ताव हुआ, उसके गवाह इधर के और उधर के कई विधायक हैं। मैं पूरी विनम्रता से कह रहा हूं कि उसके बाद मुझे क्या हुआ, ये मुझे खुद पता नहीं। बालासाहब अक्सर कहा करते थे कि अन्याय के विरुद्ध न्याय मांगने के लिए जो कुछ भी करना पड़े करना चाहिए। उसके बाद मैंने फोन लगाना शुरू किया। लोग इकट्ठा होने लगे। मैं कहां जा रहा हूं, क्या कर रहा हूं, क्यों जा रहा हूं, मैंने इस बारे में किसी से कोई विचार नहीं किया और निकल पड़ा।
देवेंद्र फडणवीस बड़े कलाकार : शिंदे
जब शिंदे ने पिछले तीन सप्ताह से चल रहे सियासी घटनाक्रम के पीछे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भूमिका का जिक्र किया तो पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। शिंदे ने कहा कि मेरे बगल में बैठे देवेंद्र फडणवीस बड़े कलाकार हैं। राज्यसभा चुनाव में हमारी सारी सेटिंग हो चुकी थी। हमारे दो उम्मीदवार चुनकर आना तय था। उसी के अनुसार हमने मतदान भी किया। लेकिन फडणवीस ने पांसा कैसे पलटा, इसका हमें पता भी नहीं चल सका।
मैं गद्दार नहीं हूं मैं शिवसैनिक हूं : शिंदे
विश्वासमत जीतने के बाद सदन में बोलनेवालों का धन्यवाद ज्ञापन करने खड़े हुए शिंदे का दर्द पिछले कुछ दिनों से खुद पर की जा रही टिप्पणियों को लेकर छलक पड़ा। सदन में मौजूद शिवसेना विधायकों को संबोधित करते हुए शिंदे ने कहा कि मैं गद्दार नहीं हूं। मैं शिवसैनिक हूं। महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान अनेक शिवसैनिकों पर झूठे मामले दर्ज किए गए। उन्हें तड़ीपार का नोटिस दिया गया। उन्हें धमकियां दी जाती रही हैं। ये सब खुद शिवसेना के सत्ता में रहते हुए होता रहा। शिवसैनिकों को क्या मिला ?
भाजपा के साथ 200 से अधिक सीटें जीतेंगे
शिंदे ने कहा कि अब राज्य में जनता के मन की वह सरकार आ चुकी है, जिसकी अपेक्षा राज्य की जनता ने ढाई साल पहले की थी। धमकियां दी जा रही हैं कि जो लोग हमारे साथ आए हैं, वो दुबारा जीतकर नहीं आएंगे। यह सरकार छह माह में गिर जाएगी। लेकिन यह सरकार भी अपना कार्यकाल पूरा करेगी, और अगले चुनाव में हम भाजपा के साथ 200 से अधिक सीटें भी जीतकर आएंगे।
जो-जो बालासाहब ने बोला, मोदी करके दिखा रहे हैं
शिंदे ने कहा कि बालासाहब ठाकरे के विचारों को ही आगे ले जाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। जो-जो बालासाहब ने बोला था, वह सब आज मोदी करके दिखा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने की बात बालासाहब ने कही थी, वह मोदी-शाह ने कर दिखाया। विपक्ष की ओर इशारा करते हुए शिंदे ने कहा कि आपको लगता है कि आज मैं इस तरफ आने के बाद ऐसा बोल रहा हूं। ऐसा नहीं है। बालासाहब एवं आनंद दिघे द्वारा दिए गए हिंदुत्व को आगे ले जाने का काम यह शिवसैनिक कर रहा है।
हम चट्टान की तरह आपके पीछे : शाह
शिंदे ने खुद को मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं भाजपा अध्यक्ष जे.पी.नड्डा के प्रति आभार माना। उनके अनुसार उन्हें मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा से पहले प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि शिंदे जी आप महाराष्ट्र के लिए अच्छा काम करिए। हम आपके साथ हैं। शाह ने भी कहा कि हम चट्टान की तरह आपके पीछे खड़े हैं। सोमवार को विश्वासमत के दौरान शिंदे सरकार के पक्ष में 164 मत पड़े, जबकि विरोध में सिर्फ 99। सदन में मौजूद समाजवादी पार्टी के दो एवं एआईएमआईएम के एक सदस्य तटस्थ रहे।