LTT-Jaynagar Express Derail: नासिक के नजदीक एलटीटी-जयनगर एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे
Maharashtra नासिक के नजदीक रविवार को डाउन लाइन पर लाहवित और देवलाली के बीच 11061 एलटीटी-जयनगर एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे गए। हादसे के बाद अफरातफरी मच गई। राहत और बचाव कार्य जारी है। यह जानकारी मध्य रेलवे सीपीआरओ ने दी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। लोकमान्य तिलक (एलटीटी)-जयनगर एक्सप्रेस (पवन एक्सप्रेस) के दस डिब्बे रविवार दोपहर महाराष्ट्र के नासिक के पास पटरी से उतर गए।मध्य रेलवे के भुसावल मंडल में दोपहर करीब तीन बजकर 10 मिनट पर लाहवित और देवलाली के बीच यह दुर्घटना हुई। अधिकारी ने कहा कि इस दुर्घटना में किसी की मौत नहीं हुई है। अभी तक केवल एक व्यक्ति को मामूली चोट की सूचना मिली है।मध्य रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि मनमाड से एक दुर्घटना राहत ट्रेन, भुसावल से एक दुर्घटना राहत चिकित्सा उपकरण ट्रेन और इगतपुरी से एक मेडिकल वैन को मौके पर भेजा गया है। इस दुर्घटना की वजह से निजामुद्दीन मंगला एक्सप्रेस, जालना जनशताब्दी एक्सप्रेस, जबलपुर गरीबरथ, वाराणसी एक्सप्रेस,एलटीटी-गोरखपुर समर स्पेशल ट्रेनों का संचालन रोका गया है। निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस को दिवा-वसई मार्ग से डायवर्ट किया गया है।
हेल्पलाइन नंबर जारी
रेलवे हेल्पलाइन नंबर
- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस हेल्पलाइन नंबर: 022-22694040 और 022-67455993
-नासिक रोड : 0253-2465816, -भुसावल : 02582-220167
- आपदा प्रबंधन कक्ष : 54173
मुंबई-दिल्ली ट्रैक प्रभावित
महाराष्ट्र के लाहवित व देवलाली रेलवे स्टेशनों के बीच रविवार दोपहर 3.10 बजे ट्रेन संख्या 11061 एलटीटी जयनगर (पवन एक्सप्रेस) के दस डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसे में टिकट निरीक्षकों सहित करीब आठ यात्रियों के घायल होने की सूचना है। हादसे के बाद मुंबई- दिल्ली के बीच रेल यातायात प्रभावित रहा। मुंबई से खंडवा पहुंचने वाली ट्रेनें चार से पांच घंटे देरी से चलीं। वहीं पंजाब मेल व जनता एक्सप्रेस का रूट बदला गया है। जनता एक्सप्रेस पुणे, मनमाड़ से होते हुए खंडवा रवाना की गई। पंजाब मेल को सूरत, नंदियाल, मक्सी होते हुए भोपाल भेजा गया। नासिक से औरंगाबाद के बीच चलने वाली ट्रेनों को निरस्त किया गया है। मुंबई से आने वाली मंगला एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस, गरीब रथ एक्सप्रेस चार से पांच घंटे देरी से पहुंचेंगी।
गौरतलब है कि इससे पहले भी इस तरह के कई ट्रेन हादसे हो चुके हैं। जनवरी, 2022 में बंगाल में जलपाईगुड़ी के मयनागुड़ी स्थित दोमहनी के पास बीकानेर एक्सप्रेस की 12 बोगियां बेपटरी हो गई थीं। हादसे में चार से पांच बोगी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गईं। हादसे में सात यात्रियों की मौत हुई थी। बंगाल में मई 2010 में हावड़ा- मुंबई ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की राज्य के जंगलमहल क्षेत्र में झाड़ग्राम के सरडीहा में सामने से आ रही मालगाड़ी से टक्कर हो गई थी। इसके बाद एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 148 यात्रियों की मौत हो गई थी। साथ ही, लगभग 200 यात्री घायल भी हो गए थे। यह भी आरोप लगा था कि माओवादियों द्वारा जानबूझकर रेल पटरियों को नुकसान पहुंचाए जाने के कारण यह दुर्घटना हुई, क्योंकि जहां यह हादसा हुआ था, वह इलाका उस वक्त माओवादी हिंसा की चपेट में था। ज्ञानेश्वरी ट्रेन हादसे के बाद 19 जुलाई, 2010 को बीरभूम जिले के सैंथिया में भी बड़ा रेल हादसा हो गया था। यहां उत्तर बंग एक्सप्रेस ने रांची जा रही वनांचल एक्सप्रेस में पीछे से टक्कर मार दी थी। हादसे में 63 यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि करीब 150 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस दुर्घटना का कारण कथित रूप से सिग्नल का उल्लंघन बताया गया था। उस समय ममता बनर्जी ही रेल मंत्री थीं।