Maharashtra: शिवसेना से सोनिया सेना बन चुके हैं वोः कंगना रनोट
Kangana कंगने ने कहा कि जिस विचारधारा पर बाला साहब ठाकरे ने शिवसेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेचकर शिवसेना से सोनिया सेना बन चुके हैं।
राज्य ब्यूरो, मुंबई। Kangana Ranaut: शिवसेना पर कंगना रनोट के हमले पर और राजनीतिक होते जा रहे हैं। वीरवार को उन्होंने ट्वीटर के जरिए शिवसेना पर नया हमला बोलते हुए कहा कि जिस विचारधारा पर बाला साहब ठाकरे ने शिवसेना का निर्माण किया था, आज वो सत्ता के लिए उसी विचारधारा को बेचकर शिवसेना से सोनिया सेना बन चुके हैं। शिवसेना लगातार आरोप लगा रही है कि कंगना रनोट भाजपा की कठपुतली की तरह काम कर रही हैं। वह कंगना को भाजपा का लाउडस्पीकर भी बताती रही है। शिवसेना के इन आरोपों को पुष्ट करते हुए आज कंगना ने सीधे-सीधे कांग्रेस और शिवसेना पर हमला बोला, और शिवसेना को सोनिया सेना बता डाला। उन्होंने आगे कहा कि जिन गुंडों ने मेरे पीछे मेरा घर तोड़ा, उनको नगर निगम मत बोलो। संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो।
इसी क्रम में कुछ देर बाद किए अपने नए ट्वीट में भी कंगना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर हमलावार नजर आईं। उन्होंने लिखा कि तुम्हारे पिता के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं। मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है। मेरा मुंह बंद करोगे। मगर मेरी आवाज मेरे बाद सौ, फिर लाखों में गूंजेगी। कितने मुंह बंद करोगे ? कब तक सच्चाई से भागोगे ? तुम कुछ नहीं हो, सिर्फ वंशवाद का एक नमूना हो। कंगना अपना कार्यालय तोड़े जाने के बाद से ही उद्धव ठाकरे पर तीखी भाषा में टिप्पणियां कर रही हैं। बुधवार को उन्होंने उनके लिए ‘तुझे’ और ‘तेरा’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया था।
ऐसी भाषा प्रयोग करने के लिए एवज में उनके विरुद्ध मुंबई में एफआइआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। अब संभवतः उन्हें अहसास हो रहा है कि वह गुस्से में कुछ ज्यादा कड़वी टिप्पणियां कर गई हैं। चूंकि उन्हें शिवसेना द्वारा महाराष्ट्र और मुंबई विरोधी सिद्ध करने की कोशिशें हो रही हैं। इसलिए स्पष्टीकरण देते हुए कंगना महाराष्ट्र के लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता भी सिद्ध करना चाहती हैं। वह कहती हैं कि मैं इस बात को विशेष रूप से स्पष्ट करना चाहती हूं कि महाराष्ट्र के लोग सरकार द्वारा की गई गुंडागर्दी की निंदा करते हैं। मेरे मराठी शुभचिंतकों के बहुत फोन आ रहे हैं। दुनिया या हिमाचल में लोगों के दिल में जो दुख हुआ है, वो कतई न सोचें कि मुझे यहां प्रेम और सम्मान नहीं मिलता। महाराष्ट्र के प्रति अपने प्रेम को दर्शाते हुए वह यह भी कहती हैं कि महाराष्ट्र सरकार की इस काली करतूत से दुनिया में मराठी संस्कृति और गौरव को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। जय महाराष्ट्र।