Sheena Bora Murder Case: शीना बोरा हत्याकांड में इंद्राणी मुखर्जी की जमानत याचिका खारिज
Sheena Bora Murder Case मुंबई की बायकुला जेल में बंद इंद्राणी पर शीना बोरा की हत्या का आरोप है। कार चालक श्यामवीर राय व संजीव खन्ना पर इंद्राणी की मदद का आरोप है।
मुंबई, प्रेट्र। Sheena Bora Murder Case: सीबीआइ की विशेष अदालत ने शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपित इंद्राणी मुखर्जी की जमानत अर्जी खारिज कर दी है। चिकित्सा आधार पर कई बार जमानत पाने में विफल रही इंद्राणी ने पिछले साल दिसंबर में मुकदमे के गुण-दोष के आधार पर जमानत की मांग की थी। सीबीआइ कोर्ट के जज जेसी जगदाले ने जमानत अर्जी खारिज करते हुए कहा कि मामले के कुछ महत्वपूर्ण गवाह पीटर मुखर्जी के बेटे राहुल मुखर्जी, इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि व उसके पूर्व पति तथा हत्याकांड के आरोपित संजीव खन्ना के बयान दर्ज किए जाने अभी बाकी हैं। जज ने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं कि आरोपित प्रभावशाली व अमीर है, इसलिए गवाहों को प्रभावित किए जाने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता।' हालांकि, इंद्राणी ने मुकदमे को 'झूठा व आधारहीन' बताया।
मुंबई की बायकुला जेल में बंद इंद्राणी पर अप्रैल, 2012 में शीना बोरा (24) की कार में गला दबाकर हत्या का आरोप है। कार चालक श्यामवीर राय व संजीव खन्ना पर इंद्राणी की मदद का आरोप है। हालांकि, श्यामवीर अब सरकारी गवाह बन चुका है। इंद्राणी को अगस्त, 2015 में गिरफ्तार किया गया था। शीना हत्याकांड में मिली एक डायरी ने कहानी में नया मोड़ ला दिया था। यह डायरी खुद शीना ने लिखी थी और वह 2003 से डायरी लिखती रही थी। डायरी के पन्नों में मां इंद्राणी के प्रति शीना ने प्यार और नफरत का इजहार किया है। उधर, मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि शीना की हत्या के लिए गाड़ी रोम से बुक की गई थी।
डायरी में उसने लिखा कि ‘मुझे नहीं पता कि मां मुझे याद करती है या नहीं। लेकिन वह मेरी मां हैं और मैं उन्हें चाहती हूं।’ आगे लिखा- ‘हैप्पी बर्थडे टू मी। लेकिन मैं खुश नहीं हूं। ऐसा लगता है कि मेरी जिंदगी में कुछ भी नहीं है। मेरा भविष्य अंधकारमय है। मुझे अब मां से नफरत है। वह मां नहीं है, डायन है।’ पिता सिद्धार्थ के साथ उसके संपर्क में होने का खुलासा भी डायरी के पन्नों से होता है। हालांकि, सिद्धार्थ दास शीना से संपर्क की बात से इंकार कर चुके हैं। शीना ने लिखा था- ‘डैडी, मैं आपसे बहुत नाराज हूं। आपने मुझे खत क्यों नहीं लिखा? मैं भी बहुत दिनों बाद लिख रही हूं। लेकिन आपको समझना चाहिए कि मैं 10वीं में हूं। सुबह साढ़े सात से रात साढ़े आठ बजे तक स्कूल-कोचिंग में बिजी रहती हूं। वक्त नहीं मिल पाता।