Maharashtra: हिंदू से ईसाई बनी महिला का दो तरह से हुआ अंतिम संस्कार
Maharashtra पुलिस इंस्पेक्टर दिलीप पवार के अनुसार 65 वर्षीय फुलाई ढाबडे ने अपने पति और एक पुत्र के साथ कुछ वर्षों पहले हिंदू धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था। उनके दो बेटों में से एक ने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया था।
थाणे, प्रेट्र। Maharashtra: कुछ साल पहले हिंदू धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने वाली महिला का उसके पुत्रों ने दो तरह से अंतिम संस्कार किया। यह मामला महाराष्ट्र के पालघर का है। पुलिस इंस्पेक्टर दिलीप पवार के अनुसार, 65 वर्षीय फुलाई ढाबडे ने अपने पति और एक पुत्र के साथ कुछ वर्षों पहले हिंदू धर्म को छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था। उनके दो बेटों में से एक ने अपना धर्म परिवर्तन नहीं किया था। मां की मौत के बाद अंतिम संस्कार को लेकर दोनों बेटों के बीच विवाद शुरू हो गया। एक बेटा दफनाने की जिद करने लगा तो दूसरा हिंदू धर्म के अनुसार अंतिम संस्कार करने पर अड़ गया। इस दौरान विवाद काफी बढ़ गया और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। दोनों में से कोई भी भाई पीछे हटने को तैयार नहीं था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए गांव के मुखिया ने पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस अफसर सुधीर सांखे मौके पर पहुंचे और दोनों बेटों से बातचीत की। बाद में सभी ने मिलकर ईसाई धर्म के अनुसार, महिला को दफनाने का निर्णय लिया, जबकि दूसरे बेटे ने पुतला बनाकर हिंदू धर्म के अनुसार मां का अंतिम संस्कार किया।
इधर, बरकाकाना के सीसीएल (सेंट्रल कोल फील्ड्स लिमिटेड) कर्मचारी की हत्या उसके पुत्र ने सरकारी नौकरी के लिए कर दी थी। 50 वर्षीय पिता कृष्णा राम की हत्या का आरोपित भोला राम शुक्रवार को घर से गिरफ्तार कर लिया गया। औरंगाबाद जिला में नवीनगर नगर पंचायत के वार्ड नंबर-13 के अन्नदुआ बिगहा में कृष्णा राम का घर है। वे सीसीएल केंद्रीय कर्मशाला के प्रधान सुरक्षा प्रहरी थे। झारखंड में रामगढ़ थाना के दारोगा रघुनाथ सिंह, कमलेश सिंह और अनिल हेरंब भोला राम की गिरफ्तारी के लिए नवीनगर पहुंचे थे। उन सबने बताया कि मोबाइल लोकेशन के आधार पर वे गांव तक पहुंचे। भोला राम ने कई बार मनगढ़ंत कहानी बनाकर पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास किया। मगर जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया।