PMC Bank के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह गिरफ्तार
Varyam Singh arrested. पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुंबई, एजेंसी। पंजाब एवं महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले 4255 करोड़ रुपये के बैंक घोटाला मामले में तीन लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस मामले में यह चौथी गिरफ्तारी हुई है। ईओडब्ल्यू ने पूर्व एमडी थामस का और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वरयाम सिंह के बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं।
ईडी ने एचडीआइएल के चेयरमैन राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन का प्राइवेट जेट और 60 करोड़ के आभूषण जब्त किए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने यह भी कहा है कि वधावन का याट जब्त करने के लिए वह मालदीव के अधिकारियों के संपर्क में है। ईओडब्ल्यू इस मामले में पूर्व प्रबंधनिदेशक (एमडी) जॉय थामस और एचडीआइएल समूह के प्रमोटर राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन को गिरफ्तार कर चुकी है। वधावन पिता-पुत्र नौ तक पुलिस हिरासत में भेजे गए हैं। ईओडब्ल्यू की विशेषष जांच टीम ने माहिम चर्च इलाके से वरयाम सिंह को हिरासत में लिया। इससे पहले पुलिस अंधेरी पश्चिम में स्थित उनके आवास पर पहुंची थी, लेकिन वह वहां नहीं मिले। वरयाम को ईओडब्ल्यू कार्यालय लाया गया और घोटाले के बारे में पूछताछ की गई।
इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। वरयाम का ईओडब्ल्यू के नाम लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया पर जारी हुआ है, जिसमें उन्होंने समर्पण करने की इच्छा जताई है लेकिन पुलिस ने उनके समर्पण से इनकार किया है। मुंबई पुलिस ने बैंक को 4,355.43 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के आरोप में पीएमसी बैंक और एचडीआइएल के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ सोमवार को प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी में पीएमसी बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह, प्रबंध निदेशक जॉय थामस, एचडीआईएल के वधावन और अन्य को नामजद किया था। ईडी ने आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज प्राथमिकी को संज्ञान में लेते हुए मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया। पुलिस के मुताबिक, एचडीआईएल के प्रमोटरों ने बैंक प्रबंधन के साथ सांठगांठ कर कर्ज लिया था और उसे नहीं चुकाया।
निकासी सीमा बढ़ाएंःकांग्रेस
उधर, मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़ ने शनिवार को कहा कि घोटाला पी़ड़ित पीएमसी बैंक के खाताधारकों की निकासी सीमा बढ़ाई जानी चाहिए। छह महीने के लिए 25,000 रुपये की सीमा पर्याप्त नहीं है।