Coronavirus: उद्धव ठाकरे बोले, हम प्रवासी मजदूरों की देखभाल करेंगे, महाराष्ट्र छोड़कर नहीं जाएं
Coronavirus. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम प्रवासी मजदूरों की रक्षा करेंगे लेकिन उन्हें अपने स्थानों को छोड़कर नहीं जाना चाहिए।
मुंबई, प्रेट्र। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार सभी प्रवासी मजदूरों की देखभाल करेगी और उन्हें सभी मूलभूत आवश्यकताएं प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि शिव भोजन योजना के तरह एक अप्रैल से 10 रुपये की बजाय पांच रुपये में भोजन मिलेगा। उनके मुताबिक, राज्य पहले ही 163 स्थापित हो चुके हैं, जहां पर प्रवासी मजदूरों को खाना और पानी मुहैया कराया जा रहा है।
उद्धव ने कहा कि हम प्रवासी मजदूरों की रक्षा करेंगे, लेकिन उन्हें अपने स्थानों को छोड़कर नहीं जाना चाहिए।उन्हें अपना स्थान नहीं छोड़ना चाहिए। मैं समझ सकता हूं कि वे हैं चिंतित हैं, लेकिन उन्हें नहीं जाना चाहिए उन्हें संक्रमण के खतरे को बढ़ाते से बचना चाहिए।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन की वजह से कई मजदूरों के पास काम नहीं है। इस कारण वह वापस अपने प्रदेशों को लौटना चाहते हैं। कोई पैदल वापस अपने गांव लौट रहा है तो कोई ट्रक आदि वाहनों से। मगर पुलिस चेकिंग के दौरान वह पकड़े जा रहे हैं।
इस बीच, रविवार को कोरोना वायरस के 13 पॉजिटिव मामले आने के बाद राज्य में कोरोना से संक्रमितों की कुल संख्या 193 हो गई है। यहां अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है।
चार प्रवासी मजदूरों की दुर्घटना में मौत
महाराष्ट्र के पालघर जिले में राजस्थान के चार प्रवासी मजदूरों की दुर्घटना में मौत हो गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। कोरोना वायरस के कारण लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण सभी मजदूर पैदल ही अपने गृह राज्य लौट रहे थे। महाराष्ट्र-गुजरात सीमा पर रोके जाने के बाद वे लोग मुंबई लौट रहे थे।यह दुर्घटना मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर वसई तहसील में परोल गांव के समीप तीन बजे भोर में घटी। पैदल चल रहे सात मजदूरों को तेजी से आते टेंपो ने रौंद डाला। उनमें से चार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल तीन अन्य को अस्पताल पहुंचाया गया है। चालक को गिरफ्तार कर विरार पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
पैसे नहीं देने पर ट्रक चालक ने बीच रास्ते में उतारा
मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों के दल को ट्रक चालक ने बीच रास्ते में ही उतार दिया। चालक ने पहले तो मुफ्त में गांव पहुंचाने का भरोसा दिया और बाद में बीच रास्ते में सभी से 100-100 रुपये की मांग की। ट्रक में सवार 80 मजदूरों ने पैसे भुगतान करने में असमर्थता जताई तो उनको बीच रास्ते में उतार दिया।
दो प्रवासी महिला मजदूर मालगाड़ी की चपेट में आईं
राजस्थान की दो महिला मजदूर गुजरात के वापी जिले में एक मालगाड़ी की चपेट में आ गईं। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण वे पैदल ही अपने गृह राज्य लौट रही थीं। रेलवे पुलिस ने बताया कि पांच बजे भोर में यह घटना घटी। उस समय दोनों महिला मजदूर वापी और करामबेली स्टेशनों के बीच दामनगंगा रेलवे स्टेशन ब्रिज से गुजर रही थीं।