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Anil Deshmukh Case: सीबीआइ ने फिर दर्ज किया सचिन वाझे का बयान

Anil Deshmukh Case सीबीआइ ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोपों की जांच के संबंध में शुक्रवार को फिर मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे का बयान रिकॉर्ड किया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 01:45 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 02:33 PM (IST)
Anil Deshmukh Case: सीबीआइ ने फिर दर्ज किया सचिन वाझे का बयान
सीबीआइ ने फिर दर्ज किया सचिन वाझे का बयान। फाइल फोटो

मुंबई, एएनआइ। Anil Deshmukh Case: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोपों की जांच के संबंध में शुक्रवार को फिर मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे का बयान रिकॉर्ड किया है। इससे पहले वीरवार को सीबीआइ ने परमबीर सहित चार लोगों के बयान दर्ज किए थे। इधर, महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की प्रारंभिक जांच के संबंध में सीबीआइ ने गुरुवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त संजय पाटिल और निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे से पूछताछ की।

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बांबे हाई कोर्ट ने सीबीआई को आरोपों की प्रारंभिक जांच करने का आदेश दिया है। परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि देशमुख ने पाटिल को अपने आवास पर बुलाया जहां उनके निजी स्टाफ ने पुलिस अधिकारी को बार और रेस्तराओं से हर महीने वसूली करने का लक्ष्य दिया। पाटिल ने बार-बार दावा किया कि वह एक छापेमारी के बारे में जानकारी देने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ देशमुख से मिले थे। लेकिन इसके बाद उनकी तत्कालीन गृह मंत्री से कभी मुलाकात नहीं हुई। माना जाता है कि पाटिल ने मुंबई पुलिस की आंतरिक जांच टीम को बताया है कि कार्यालय में उनकी वाझे से मुलाकात हुई, जहां उसने उनको प्रत्येक बार से हर महीने तीन लाख रुपये की वसूली संबंधी बात कही।

सूत्रों के अनुसार, पाटिल ने यह भी दावा किया कि वाझे और देशमुख के बीच किसी तरह की बैठक के बारे में वे कुछ नहीं जानते। अधिकारियों ने मुंबई निवासी वकील जयश्री पाटिल से भी मुलाकात की, जिनकी याचिका पर बांबे हाई कोर्ट ने सीबीआइ को प्रारंभिक जांच का आदेश दिया। सीबीआइ ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की मंगलवार को प्रारंभिक जांच शुरू कर दी थी। जांच के लिए दिल्ली से अधिकारियों की टीम मुंबई आई है। अंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने मुंबई पुलिस की अपराध इकाई में तैनात एपीआइ वाझे को गिरफ्तार किया था। सीबीआइ ने वाझे से पूछताछ करने के लिए विशेष अदालत से अनुमति ली थी। एनआइए द्वारा वाझे को गिरफ्तार किए जाने के बाद मुंबई के पुलिस कमिश्नर पद से सिंह का तबादला कर दिया गया था। तबादले के बाद परमबीर ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने वाझे सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से बार और रेस्तराओं से 100 करोड़ रुपये की वसूली करने को कहा था। वहीं, एनआइए ने गुरुवार को सचिन वाझे की मेडिकल जांच कराई। एनआइए की टीम उसे दिन में जेजे अस्पताल ले गई, जहां उसकी जांच कराई गई। सूत्रों के मुताबिक, उसकी मेडिकल रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों को सौंप दी गई है।


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