महाराष्ट्र के करीब 800 स्थानों पर दिखेगी भव्य काशी-दिव्य काशी, पीएम मोदी करेंगे काशी विश्वनाथ मंदिर कारीडोर का उद्घाटन
Kashi Vishwanath Corridor 13 दिसंबर को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ये कार्यक्रम महाराष्ट्र में करीब 800 स्थानों पर सीधा देखा जा सकेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर कारीडोर का उद्घाटन करने जा रहे हैं।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में 13 दिसंबर को होने जा रहा भव्य कार्यक्रम महाराष्ट्र में करीब 800 स्थानों पर सीधा देखा जा सकेगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ मंदिर कारीडोर का उद्घाटन करने जा रहे हैं। महाराष्ट्र में इन कार्यक्रमों की बागडोर संभाल रहे महाराष्ट्र भाजपा के उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह कहते हैं कि करीब 300 वर्ष पहले रानी अहिल्याबाई होलकर ने काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनरोद्धार करवाया था। उसके बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर परिसर को ऐसा भव्य रूप प्रदान किया है, जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
इस नाते महाराष्ट्र का काशी विश्वनाथ मंदिर से गहरा नाता है। यहां से हजारों लोग प्रतिवर्ष काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन के लिए भी जाते हैं। इसलिए भाजपा ने महाराष्ट्र के सभी 68 जिलों एवं 794 मंडलों में विभिन्न स्थानों पर 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में होने जा रहे भव्य काशी-दिव्य काशी कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की है। इसके अलावा महाराष्ट्र में स्थित तीन ज्योतिर्लिंगों श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर, औरंगाबाद स्थित घृष्णेश्वर एवं पुणे स्थित भीमाशंकर सहित राज्य के प्रमुख शिवायलों में भी इस कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था की जा रही है। जिससे सभी शिवभक्त काशी विश्वनाथ प्रांगण के नवनिर्मित स्वरूप के सीधे दर्शन कर सकें।
सिंह के अनुसार महाराष्ट्र के प्रत्येक कार्यक्रम स्थल पर उस क्षेत्र के प्रमुख भाजपा कार्यकर्ता, पदाधिकारी एवं केंद्र सरकार में भाजपा के मंत्री उपस्थित रहेंगे। यदि लोकसभा एवं राज्यसभा में कोई महत्त्वपूर्ण व्हिप न रही तो क्षेत्रीय सांसद भी इन कार्यक्रमों में आएंगे। लेकिन इस धार्मिक-आध्यात्मिक कार्यक्रम को पार्टी के झंडे-बैनर से दूर रखा जाएगा। कृपाशंकर सिंह के अनुसार वह स्वयं इस अवसर पर अपनी धर्मपरायण पत्नी मालती सिंह के साथ 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक नासिक स्थित श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने आह्वान किया है कि चुंकि यह कार्यक्रम देश की सांस्कृतिक अस्मिता से जुड़ा है, इसलिए महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार को भी इस कार्यक्रम को सफल बनाने में न सिर्फ सहयोग देना चाहिए, बल्कि इसमें बढ़चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।