Mumbai Local Trains: अब बाढ़ में भी सरपट दौड़ेंगी मुंबई की AC Local Trains, यात्रियों का सफर होगा आसान
Mumbai Local Trains पश्चिम रेलवे 1 अक्टूबर से मुंबई में 31 नई एसी लोकल ट्रेनों की शुरुआत करेगा। दावा किया जा रहा है कि अंडरस्लंग मोटर्स के साथ इन ट्रेनों को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इन दावों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं।
मुंबई, जागरण नेटवर्क। Mumbai Local Trains: मुंबई की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन में एसी की सुविधा मुंबईवासियों को खूब भा रही है। एसी लोकल ट्रेनों (AC Local Trains) की सफलता के बाद पश्चिम रेलवे (Western Railway) 1 अक्टूबर से 31 अन्य एसी ट्रेनों का परिचालन शुरू करने जा रहा है। पश्चिम रेलवे द्वारा शुरू की जाने वाली नई एसी लोकल ट्रेनों में कई तकनीकी बदलाव किए गए हैं। दावा किया जा रहा है कि अंडरस्लंग मोटर्स के साथ इन एसी ट्रेनों को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है।
बाढ़ में भी दौड़ेंगी मुंबई की एसी लोकल ट्रेनें
हालांकि, इन दावों के साथ ट्रेन की गुणवत्ता और विशेषता को लेकर कई सवाल भी उठ रहे हैं। विशेषज्ञों का सवाल है कि क्या यह ट्रेन मुंबई की बाढ़ में काम करेगी या बाकि लोकल ट्रेन की तरह इसकी गति को भी बारिश के दौरान ब्रेक लग जाएगा। रेलवे के एक अधिकारी ने इसपर बताया कि बाढ़ के दौरान इन ट्रेनों के संचालन पर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि नई ट्रेन में कई विशेषताओं को शामिल किया गया है जिसमें अधिक लोगों के चलने के लिए व्यापक गैंगवे और सौर पैनल शामिल हैं। सबसे महत्वपूर्ण अंडर-स्लंग मोटर उपकरण है। बाढ़ के दौरान पटरियों पर पानी भरने के कारण इन ट्रेनों की दति थोड़ी धीमी जरूर होगी मगर अच्छी बात यह है कि चलने में सक्षम होगी।
ट्रेनों में सोलर पैनल से चलेंगे पंखे और लाइट
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि 1 अक्टूबर से चलने वाली वातानुकूलित लोकल ट्रेन मुंबई में अब तक की पहली लोकल ट्रेन होगी, जिसमें लाइटिंग और पंखे वाले सोलर पैनल लगे होंगे। नई एसी ट्रेन में फ्लेक्सी सोलर पैनल हैं जो हल्के वजन के हैं और 3.6 किलोवाट बिजली पैदा करने में सक्षम हैं। इन सोलर पैनल से कोच के पंखे और बत्ती जलेंगे। ये पैनल ओवरहेड बिजली आपूर्ति से बिजली की जरूरत को कम करेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि अभी ट्रेन के एक कोच में इसका प्रयोग किया गया है और फीडबैक के आधार पर अन्य कोचों में भी इसका विस्तार किया जाएगा।
बाढ़ के दौरान ट्रेन का होगा असली परीक्षण
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि एसी ट्रेन का साढ़े तीन साल से अधिक समय तक मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे और उत्तर रेलवे सहित विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर परीक्षण किया गया है, जिसके बाद इसे मंजूरी मिली है।
वहीं, रेलवे के एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने कहा कि पानी के कारण ट्रेनों का फंसना मुंबई की पुरानी समस्या है। काफी कोशिशों के बावजूद इसका कोई स्थायी समाधान नहीं मिल सका है। 26/7 बाढ़ के दौरान, जब पूरा शहर बाढ़ में डूब गया था को कई ट्रेनों का संचालन ठप था। अब यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि ट्रेन अंडरस्लंग मोटरों के साथ बाढ़ के पानी में कैसे चलती है।