मजदूरी का झांसा देकर बुलाया घर, आदिवासी किशोरी से किया दुष्कर्म, मतांतरण का दबाव बनाकर की मारपीट
इंदौर के जोबट में एक आदिवासी किशोरी के साथ दुष्कर्म और मतांतरण के लिए दबाव का मामला सामने आया है। आरोपियों ने मजदूरी के बहाने किशोरी को घर बुलाकर दुष्कर्म किया और उस पर मुस्लिम बनने का दबाव डाला। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक फरार है।

नाबालिग से दुष्कर्म (प्रतीकात्मक चित्र)
डिजिटल डेस्क, इंदौर। प्रदेश के आलीराजपुर जिले के जोबट में 17 वर्षीय आदिवासी किशोरी को मजदूरी कराने के बहाने घर ले जाकर दुष्कर्म किया गया, फिर आरोपितों ने उस पर मतांतरण का दबाव बनाया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तीन आरोपितों- जोबट निवासी अहमद शेख, अमजद और इमरान याकूब के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट, पाक्सो और धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, एक आरोपी फरार है।
घटना रविवार दोपहर की है। पुलिस के अनुसार, अहमद शेख, अमजद और इमरान ने काम के लिए जोबट पहुंची एक किशोरी को मजदूरी के नाम पर वार्ड 11 में गुरुनानक मार्ग पर स्थित अहमद के मकान में ले गए। पीड़िता का आरोप है कि घर पहुंचने पर आरोपियों ने उस पर जबरन मतांतरण कर मुस्लिम बनने और शादी करने का दबाव बनाया। आरोपियों ने पीड़िता से कहा कि अगर वह मुस्लिम बन जाएगी तो उसे मजदूरी नहीं करनी पड़ेगी।
पीड़िता के अनुसार, उसने इसका विरोध किया तो आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की और फिर इमरान ने उससे दुष्कर्म किया। शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए तथा उसे मुक्त कराया। पीड़िता ने जोबट थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी अहमद शेख और इमरान पिता याकूब को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा आरोपित अमजद फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
सामाजिक संगठनों में गुस्सा, बुलडोजर चलाने की मांग
घटना के बाद आदिवासी समाज और अन्य सामाजिक संगठनों में रोष व्याप्त है। जनजाति विकास मंच जिलाध्यक्ष राजेश डुडवे ने इसे लव जिहाद और मतांतरण का मामला बताते हुए आरोपितों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज अपनी बहन-बेटियों के साथ ऐसी हरकत कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
वहीं, इस मामले को लेकर सोमवार को सामाजिक कार्यकर्ता नितेश अलावा, भील सेना संगठन प्रमुख शंकर बामनिया व जयस प्रदेश प्रभारी मुकेश रावत ने एसडीओपी रवींद्र सिंह राठी से मुलाकात कर आरोपितों के घर बुलडोजर चलाने की मांग की। कहा कि दो दिन के अंदर यदि आरोपित के मकान नहीं तोड़े गए तो पूरा आदिवासी समाज नगर बंद कर धरना प्रदर्शन करेगा।

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