टीआई उपमन्यु फरार घोषित
इंदौर। असिस्टेंट महिला प्रोफेसर की आत्महत्या मामले में आरोपी निलंबित निरीक्षक [टीआई] उपमन्यु सक्सेना को कोर्ट ने मंगलवार को फरार घोषित कर दिया। उसके फरारी संबंधी पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करने और दैनिक अखबारों में प्रकाशित करने के भी आदेश किए हैं।
न्यायिक मजिस्ट्रेट एपीएस चौहान ने मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को नियत की है। इसके बाद उपमन्यु की संपत्ति कुर्क की जाएगी। इस संबंध में पुलिस उपमन्यु की संपत्ति की जानकारी एकत्र करने में जुटी है। इससे पूर्व मिसरोद थाने के एएसआई एपी सिंह ने अदालत में गिरफ्तारी वारंट रिपोर्ट पेश करते हुए बयान दिए कि उन्होंने उपमन्यु के घर, सगे संबंधियों के पते और हर संभावित ठिकानों पर दबिश दी है। उपमन्यु ने अपने सभी मोबाइल की सिम भी बंद कर दी है, इसलिए संपर्क नहीं हो पा रहा। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए छुपता फिर रहा है, जिसके भविष्य में मिलने की संभावना नहीं है। अदालत ने पुलिस द्वारा पेश रिपोर्ट और बयानों के आधार पर निलंबित निरीक्षक उपमन्यु सक्सेना को फरार घोषित कर दिया। सूत्रों के मुताबिक उपमन्यु ने जिला अदालत से अग्रिम जमानत अर्जी खारिज होने पर इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अर्जी लगाई है, जिसके निर्णय के बाद ही उसके पेश होने की संभावना है।
क्या है मामला
निलंबित निरीक्षक उपमन्यु सक्सेना ने 11 मई 2014 की सुबह मिसरोद थाने में रिपोर्ट की थी कि उसकी रिश्ते की साली इन्दू शर्मा ने अपने घर में रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। पुलिस जांच में पता चला कि इन्दू राजीव गांधी महाविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर थी और वह उपमन्यु के साथ रह रही थी। इन्दू ने 9 मई 2014 को अपनी मां को बताया था कि उपमन्यु उसका दैहिक शोषण और प्रताड़ित करता है। पुलिस ने उपमन्यु के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का अपराध कायम कर उसकी तलाश शुरू कर दी। लंबे समय से फरार निलंबित निरीक्षक पर 3 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया है। पुलिस ने 27 मई 2014 को अदालत में अर्जी पेश कर उपमन्यु को फरार घोषिषत कर उदघोषणा जारी करने और संपत्ति कुर्क किए जाने का निवेदन किया था।