दोपहर में इस्तीफा शाम को लिया वापस
इंदौर। इंदौर की राजनीति में गुरवार को तब भूचाल आ गया जब महापौर कृष्णमुरारी मोघे ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि संगठन के विधायक और वरिष्ठ नेता मुझसे नाराज हैं। यह बात मुझे गवारा नहीं, इसलिए नैतिकता के आधार पर मैं इस्तीफा दे रहा हूं। रात साढ़े आठ बजे विधायकों के साथ बैठक के बाद वे इस्तीफा वापस लेने को राजी हो गए।
इससे पहले इस्तीफे की खबर फैलते ही भाजपा संगठन में भी सनसनी फैल गई। नगर अध्यक्ष कैलाश शर्मा और विधायक तुरंत महापौर निवास पहुंचे। इसी दौरान मुख्यमंत्री शिवराज¨सह चौहान ने भी मोघे से चर्चा की। सभी ने मोघे को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने। उधर, मोघे समर्थक करीब एक दर्जन पार्षदों ने भी इस्तीफे की पेशकश कर दी। पिछले दिनों सांसद सुमित्रा महाजन के निवास पर हुई बैठक में महापौर के कार्यो को लेकर विधायकों ने नाराजगी व्यक्त की थी। इसकी जानकारी महापौर को लगी तो वे नाराज हो गए थे। बाद में सांसद सुमित्रा महाजन ने मोघे के घर पहुंचकर उन्हें बैठक की जानकारी दी थी। इसके बाद नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी नगर निगम के कार्यो से असंतुष्ट होकर तीखी टिप्पणी की थी। इससे आहत मोघे ने इस्तीफे का मन बना लिया था।