NHM MP स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा पेपर लीक के मास्टरमाइंड निकले कंपनी के कर्मचारी, सर्वर को ही कर लिया था हेक
भोपाल के परीक्षा केंद्र से सर्वर का लॉग-इन और पासवर्ड कंपनी के कर्मचारी ने लीक किया। जिसके बाद पुराने कर्मचारी ने सर्वर की तारीख में हेरफेर कर फार्मेट को डीकोड कर लिया। इस प्रक्रिया के बाद उसने पेपर को पीडीएफ फार्मेट में डाउनलोड कर इसे लीक कर दिया गया।
ग्वालियर, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संविदा स्टाफ नर्स भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक मामले में एक नया खुलासा हुआ है। पेपर लीक कराने में एपटेक एमइएल कंपनी के कर्मचारी ही मुख्य आरोपी थे। इनके साथ कंपनी का एक पुराना कर्मचारी भी शामिल था, जिसे कोडिंग और डी-कोडिंग की जानकारी थी।
भोपाल के परीक्षा केंद्र से सर्वर का लॉग-इन और पासवर्ड कंपनी के कर्मचारी ने लीक किया। जिसके बाद पुराने कर्मचारी ने सर्वर की तारीख में हेरफेर कर फार्मेट को डीकोड कर लिया। इस प्रक्रिया के बाद उसने पेपर को पीडीएफ फार्मेट में डाउनलोड कर इसे लीक कर दिया गया।
पुलिस ने आखिरी कड़ी को भी उजागर कर दिया है। पूरी प्लानिंग करने वाले तरुणेष अरजरिया ने 50 लाख रुपये में राजीव नयन मिश्रा से डील की। पूरा खेल करोड़ों रुपये का है, इसलिए अब इसकी पूरी पड़ताल के लिए आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय और जीएसटी विभाग को पुलिस पत्र लिख रही है।
एसएसपी राजेश सिंह चंदेल और एएसपी ऋषिकेष मीणा ने बताया कि एमइएल कंपनी के जो कर्मचारी पर्चा लीक कराने में शामिल रहे, वे रवींद्र ठाकुर और दीपक मेवाड़े हैं। रवींद्र गाजियाबाद का रहने वाला है, जबकि दीपक भोपाल का रहने वाला है। इनके साथ एमइएल कंपनी का पुरानी कर्मचारी चिराग अग्रवाल शामिल था, जिसने फार्मेट को डीकोड कर पीडीएफ फार्मेट में डाउनलोड किया।
अलग-अलग विभागों की 100 से ज्यादा परीक्षाएं कठघरे में
एमइएल कंपनी ने पिछले कुछ समय में अलग-अलग विभागों की 100 से ज्यादा परीक्षाएं कराई हैं। इसलिए यह सभी परीक्षाएं कठघरे में आ गई हैं। एमइएल कंपनी का एक कर्मचारी वाराणसी में भी पर्चा लीक कांड में पकड़ा गया है। एनएचएम की परीक्षा कराने की जिम्मेदारी एसएएमएस कंपनी को दी गई थी। एसएएमएस कंपनी ने एमइएल कंपनी को ठेका दे दिया।