नगर निगम के बाहर बैठकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे अनूप मिश्रा
ग्वालियर, जागरण संवाददाता। लंबे समय से अपने को उपेक्षित पा रहे पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा ने अब प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलने का निर्णय किया है और वे सोमवार 13 फरवरी से निगम आयुक्त के दफ्तर के बाहर बैठकर लोगों की समस्याएं सुनेंगे। मिश्रा के इस निर्णय से भाजपा नेताओं के बीच हड़कंप की स्थिति है और फिलहाल वे इस संकट से निपटने का उपाय नहीं खोज पाए हैं।
ग्वालियर पूर्व क्षेत्र के विधायक और पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा पिछले लंबे समय से चुपचाप बैठे हुए थे, लेकिन अब उन्होंने घोषणा कर दी है कि अफसर शहर के विकास के नाम पर मनमानी कर रहे हैं और लोगों की समस्याएं सुनने की बजाय उन्हें परेशान किया जा रहा है। इसलिए अब वे लोगों की समस्याएं सुनेंगे। 13 फरवरी सोमवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे वे निगम आयुक्त के दफ्तर के बाहर कुर्सी डालकर बैठेंगे और लोगों की बिजली, पानी, सीवर से लेकर दूसरी समस्याओं को सुनेंगे। शिकायतों को एकत्र करने के बाद वे अफसरों से बात करेंगे। मिश्रा ने स्पष्ट किया कि शहर को सुंदर बनाने के नाम पर पूरी तरह उजाड़ दिया गया है। ग्वालियर को तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने स्वयं गोद लिया था, लेकिन उसे सुंदर बनाने का काम नहीं हुआ।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से सरकार व पार्टी ने मिश्रा को उपेक्षित कर रखा है। अंचल में जितनी भी नियुक्तियां हुई और हाल ही में विकास यात्रा भी शुरू हुई, लेकिन मिश्रा समर्थक नेताओं की उपेक्षा कर दी गयी। हाल ही में ग्वालियर का प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा को बना दिया और कांग्रेस से आए बालेन्दु शुक्ल को निर्धन आयोग का अध्यक्ष बना दिया गया। इससे मिश्रा बहुत आहत हुए और अब उन्होंने अपने इलाके की जनता की समस्याएं उठाने के बहाने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनके इस कदम से फिलहाल संगठन को कोई उपाय नहीं सूझ रहा है, जिससे इस संकट का हल निकाला जाए।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर