विकास यात्रा के दौरान दिखी कार्यकर्ताओं की नाराजगी
ग्वालियर, जागरण संवाददाता। भाजपा की विकास यात्रा शहर में क्या शुरू हुई, इसमें जनता की नाराजगी के साथ पार्टी के नेताओं को कार्यकर्ताओं के सवालों का भी सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा किसी बड़े नेता ने इसमें शामिल होना गवारा नहीं समझा। स्थिति यह हो गई है कि कई इलाकों में नेता पचास कार्यकर्ता भी नहीं जुटा सके।
पूरे प्रदेश के साथ ग्वालियर में भाजपा ने एक फरवरी से विकास यात्रा शुरू की। यह विकास यात्रा शहर में घूमने लगी और केवल महापौर समीक्षा गुप्ता व जिलाध्यक्ष वेदप्रकाश शर्मा के अलावा कोई बड़ा नेता इसमें शामिल नहीं हुआ। यहां तक कि भाजपा विधायकों के साथ प्रभारी मंत्री नरोत्तम मिश्रा तक इसमें नहीं आए। शहर के कई इलाकों में जिलाध्यक्ष अपने ही कार्यकर्ताओं को देखने के लिए तरस गए। स्थिति यह हो गई है कि जिलाध्यक्ष व महापौर को शहर में अपने ही कार्यकर्ताओं के सवालों से जूझना पड़ रहा है। ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं ने विकास के नाम पर नेताओं को जमकर खरीखोटी सुना डाली। इसके अलावा जिस विकास के नाम पर भाजपा फिर से सत्ता में आई, वो वादे अभी भी पूरे नहीं हुए। शहर में पानी व बिजली की समस्या बनी हुई है। अतिक्रमण के नाम पर सड़कें खोदी गई हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं। विकास यात्रा के दौरान नेताओं ने इन सवालों का सामना करना पड़ा तो वे भागने लगे। इसके अलावा यात्रा में जिन कार्यकर्ताओं का ध्यान नेताओं को आया, उन्होंने यही कहा कि सत्ता का फायदा चंद लोगों को मिल रहा है, कार्यकर्ता भीड़ जुटाने के लिए रह गया है। ऐसे में उनकी उपयोगिता क्या रह गई है। बताया जा रहा है कि विकास यात्रा का यह फीडबैक संगठन तक पहुंच गया है। इसके बाद भी जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करके केवल चंद नेताओं को ही संगठन महत्व देने में लगा हुआ है।
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