116 मौतों की जिम्मेदार शिवराज सरकार
ग्वालियर। केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रतनगढ़ माता मंदिर पर भक्तों की मौत की जिम्मेदार प्रदेश सरकार है। सरकार घटना की न्यायिक जांच की बात कह रही है। मैं पूछता हूं की उससे क्या होगा क्योंकि वर्ष 2006 में भी इसी मंदिर पर घटना हुई थी, जिसकी न्यायिक जांच हुई थी। जांचकर्ता ने छह माह में इसकी रिपोर्ट भी सौंप दी। उस रिपोर्ट पर आज तक क्या हुआ, क्या सरकार बता सकती है?
सिंधिया ने रतनगढ़ से लौटकर सोमवार की शाम जयविलास पैलेस में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए यह सवाल ख़़डे किए। उन्होंने कहा कि रपए बांटने और न्यायिक जांच कराने से काम नहीं चलेगा। वैसे सरकार ने पिछले 10 साल में किसी भी मामले में नैतिक जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन ऐसी दु:खद घटनाओं में राजनीति से हटकर सोचना चाहिए और मानवता दिखाते हुए गलती के लिए कम से कम जनता से माफी ही मांग लेना चाहिए। उनका कहना था कि सरकार मानवता के आधार पर चलना चाहिए। जब आप जनता से माला पहनते हैं तो जनता का दु:ख भी आपको सहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देवास, सीहोर, उज्जैन में ऐसी ही घटनाएं हुई, सरकार ने क्या सबक लिया? फेलिन जैसी प्राकृतिक विपदा के लिए केन्द्र और राज्यों ने समय रहते बेहतर इंतजाम किए, जबकि रतनगढ़ की घटना प्राकृतिक नहीं, लापरवाही का परिणाम है। जब व्यवस्था बनाई गई थी कि पुल के 3 किलोमीटर तक ट्रैक्टर--ट्रॉली नहीं आएंगे, फिर पुल तक वाहन कैसे आ गए।
उन्होंने कहा कि मौत का सरकारी आंकड़ा कुछ भी हो, लेकिन लोगों का कहना है कि इस हादसे में 200 से 300 लोगों की मौत हुई हैं।
सिस्टम का ब्रेक डाउन हो चुका है
घटना पर राजनीति करने संबंधी भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के आरोप पर सिंधिया ने कहा कि यह अपशब्द है। मैं वह शब्द इस्तेमाल नहीं करना चाहता।
उन्होंने कहा प्रदेश में सिस्टम का ब्रेक डाउन हो चुका है। एक लाख की भीड़ और सुरक्षा के लिए केवल छह जवान, क्या यही इंतजाम हैं? सरकार बताए। पिछली घटनाओं को गंभीरता से लिया होता तो क्या आज ऐसी घटना होती? मुख्यमंत्री घटनास्थल पर न जाते हुए उड़न खटोले से दतिया में घायलों को देखने जाते हैं और कुछ देर बाद फिर चुनाव अभियान में लग जाते हैं, क्या यही मानवता है? सेवढ़ा की राजेश्वरी यादव नामक महिला से मानवता की सीख लेना चाहिए, जिन्होंने अपने तीन बच्चों की परवाह न कर दूसरे बच्चों की जान बचाई।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर