MP Panchayat Election में जीतीं महिलाओं की जगह पिता, पति व देवर ने ली शपथ, कलेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
MP Panchayat election मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पंच व सरपंच चुनी गई महिलाओं में से कई ने खुद शपथ ली ही नहीं। उनके स्थान पर उनके पिता पति व देवर ने शपथ ली। मामला उजागर होने के बाद प्रशासनिक ने कार्रवाई की।
भोपाल, जेएनएन। Madhya Pradesh: महिलाओं को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर करने के लिए सरकारें कई तरह के प्रयास कर रही हैं, वहीं ग्रामीण समाज आज भी पुरुष प्रधान की मानसिकता पाले हुए है। इसका उदाहरण मध्य प्रदेश के सागर, दमोह और रीवा जिलों में देखने को मिला। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पंच व सरपंच चुनी गईं महिलाओं में से कई ने खुद शपथ ली ही नहीं। उनके स्थान पर उनके पिता, पति व देवर ने शपथ ली। मामला उजागर होने के बाद प्रशासनिक अमला कार्रवाई को सक्रिय हुआ।
सागर और रीवा में पंचायत सचिव निलंबित, दमोह कलेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
सागर में महिला प्रतिनिधियों की जगह उनके पिता, पति और देवर को शपथ दिलाने वाले जैसीनगर पंचायत के सचिव आसाराम साहू को और रीवा में सचिव पवन कुमार पटेल व सचिव रामायण शुक्ला को जिला पंचायत सीईओ ने निलंबित कर दिया है। दमोह में कलेक्टर ने जनपद सीईओ के माध्यम से शपथ दिलाने वाले ग्राम पंचायतों के सचिवों की रिपोर्ट मंगाई है और कहा है कि उन पर कार्रवाई होगी, महिला प्रतिनिधियों को शपथ दिलाई जाएगी। सागर की जैसीनगर ग्राम पंचायत से सरपंच और पंच मिलाकर कुल 21 सदस्य निर्वाचित हुए हैं। इनमें से 10 महिलाएं पंच बनीं।
महिलाओं की जगह उनके संबंधियों ने ली शपथ
गुरुवार को शपथ ग्रहण समारोह में 10 में से एक महिला पंच के पिता, एक के देवर व दो के पति ने शपथ ली। उन्हें पंचायत सचिव आसाराम साहू ने शपथ दिलाई थी। दमोह में हटा जनपद की गैसाबाद पंचायत में 20 पंचों में 10 महिला पंच और एक महिला सरपंच चुनी गई थीं। बुधवार को शपथ ग्रहण समारोह में महिला सरपंच ललिता बाई के स्थान पर उनके पति विनोद अहिरवाल ने शपथ ली। इसी तरह महिला पंचों के पतियों को सचिव दशरथ मिश्रा ने शपथ दिला दी।
इनके पतियों ने ली शपथ
उधर, रीवा में गंगेव जनपद की ग्राम पंचायत बेलवा पैकान में बुधवार को ही मनगवां के भाजपा विधायक पंचूलाल प्रजापति और जनपद पंचायत अध्यक्ष विकास तिवारी की मौजूदगी में पांच महिला पंचों की जगह उनके पतियों ने शपथ ली। सचिव रामायण शुक्ला ने पंच आशा सिंह की जगह पति शिवेंद्र सिंह, सुमन सिंह के पति माधव सिंह, सत्यवती कुशवाहा के पति राजबहोर कुशवाहा, पप्पी साकेत के पति श्याम सुंदर साकेत व विषय सिंह के पति शिवबली सिंह को शपथ दिला दी। दूसरा मामला जनपद पंचायत गंगेव की ही ग्राम पंचायत पताई का है। यहां सरपंच मंजू सिंह के स्थान पर उनके पति पुनीत सिंह को शपथ दिला दी गई।
हरदा में सरपंच ने शपथ पत्र पर सौंपे युवक को अधिकार
उधर, हरदा जिले की हंडिया ग्राम पंचायत के सरपंच लखनलाल भिलाला द्वारा स्टांप पेपर पर शपथ पत्र बनवाकर पंचायत के सिद्धांत तिवारी नामक युवक को अपने सभी अधिकार सौंप दिए गए हैं। सरपंच ने लिखा कि वे पढ़े-लिखे नहीं हैं, उनके परिवार से भी कोई पढ़ा-लिखा नहीं है। ऐसी स्थिति में सिद्धांत तिवारी को अपना प्रतिनिधि नियुक्त करते हुए वे अपने सभी अधिकार उन्हें सौंपते हैं। हरदा जनपद पंचायत के सीईओ बीएस मवासे ने बताया कि अधिनियम में सरपंच के प्रतिनिधि का कोई प्रविधान नहीं है। ग्राम पंचायत का सचिव उनका विधिक सलाहकार होता है, जो उन्हें सारी कानूनी एवं वैधानिक जानकारी देता है। इस संबंध में संयुक्त कलेक्टर डीके सिंह ने बताया कि यह गलत है। जिसे जनता ने चुना है, उसे ही कार्य करना है। उनके स्थान पर दूसरा कार्य नहीं कर सकता है।