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Madhya Pradesh: शव को चारपाई पर रख पांच किमी पैदल चलकर घर पहुंची महिलाएं

Madhya Pradesh सरकारी अस्पताल से वृद्धा के शव को उनकी बेटियों व बहुओं को चारपाई पर लेकर घर जाना पड़ा। अस्पताल से शव वाहन नहीं मिला तो मजबूरी में उन्हें पांच किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 30 Mar 2022 07:49 PM (IST)Updated: Wed, 30 Mar 2022 07:49 PM (IST)
Madhya Pradesh: शव को चारपाई पर रख पांच किमी पैदल चलकर घर पहुंची महिलाएं
मप्र के रीवा में शव को चारपाई पर रख पांच किमी पैदल चलकर घर पहुंची महिलाएं। फोटो जागरण

रीवा, जेएनएन। मध्य प्रदेश के रीवा में मानवता को शर्मशार करने वाला एक मामला सामने आया है। रीवा के रायपुर कर्चुलियान के सरकारी अस्पताल से वृद्धा के शव को उनकी बेटियों व बहुओं को चारपाई पर लेकर घर जाना पड़ा। अस्पताल से शव वाहन नहीं मिला तो मजबूरी में उन्हें पांच किलोमीटर का सफर पैदल तय करना पड़ा। न तो अस्पताल प्रबंधन ने उनकी सुध ली और न रास्ते से गुजरने वाले वाहन चालकों ने कोई मदद की। महिलाओं का शव ले जाने का वीडियो मंगलवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ तो कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए।

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अस्पताल के कर्मचारी ने कहा, शव वाहन की व्यवस्थान नहीं

रीवा के रायपुर कर्चुलियान स्वास्थ्य केंद्र में गत सोमवार को महसुआ गांव निवासी 80 वर्षीय मोलिया केवट की मौत हो गई थी। इसके बाद परिवार की दो बेटियों और दो बहुओं ने शव वाहन की तलाश की। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने शव वाहन की मांग की थी, लेकिन अस्पताल में पदस्थ कर्मचारियों ने कह दिया कि यहां शव वाहन की व्यवस्था नहीं है। जब वाहन नहीं मिला तो चारपाई पर शव रखकर पैदल घर के लिए चल पड़ीं।

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाईः कलेक्टर

इंटरनेट मीडिया के जरिये हमें भी ऐसी जानकारी मिली है। मामले की जांच करा रहे हैं। जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

-मनोज पुष्प, कलेक्टर, रीवा।

गौरतलब है कि गत दिनों छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में शव वाहन समय से ना मिलने पर अपनी बेटी के शव को कंधे पर लादकर एक पिता 10 किमी पैदल चलकर घर तक लाया था। इस संबंध में वीडियो वायरल होने के बाद छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने इस मामले में जांच का आदेश दे दिया है। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि सीएमएचओ को घटना की जांच करने का आदेश दिया है। लापरवाही के मामले में बीएमओ को बदल दिया जाना चाहिए। लखनपुर गांव के संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी को पिता को शव इस तरह ले जाने के बजाय शव की प्रतीक्षा करने के लिए समझाना चाहिए था। जिले के अधिकारियों ने बताया कि जिले के लखनपुर गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई थी, जिसे उसके पिता ने शव वाहन पहुंचने से पहले ही उसके शव को कंधे पर लादकर घर लेकर चल पड़ा था।


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