Bhopal News: पति ने रखी शर्त-पत्नी शराब पीना छोड़े तब रखूंगा साथ, पत्नी ने कहा-तुम्हीं ने लगाई लत, अब आदत हो गई
Family Courts Of Bhopal भोपाल के कुटुंब न्यायालय में तलाक का एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां साफ्टवेयर पति इस आधार पर तलाक ले रहा है कि पत्नी रोज शराब पीती है। पत्नी ने कहा कि पति ने ही शराब पिलाना सिखाया अब छोड़ने के लिए कह रहा है।
भोपाल, अंजली राय। Family Court Of Bhopal: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कुटुंब न्यायालय में एक ऐसा मामला पहुंचा, जिसने समाज के बदलते चेहरे को बेनकाब कर दिया है। मामला कुछ यूं है कि पहले पति ने ही पत्नी को शराब पीने की लत लगाई। पत्नी जब शराब की आदी हो गई और इसका गलत असर उनके बच्चों पर पड़ने लगा तो पति शराब छोड़ने की जिद करने लगा। बात नहीं बनी तो उसने कुटुंब न्यायालय में तलाक की अर्जी तक लगा दी। पत्नी का कहना था कि लत ऐसी हो गई है कि शराब छूट नहीं रही। हां, अगर पति भी शराब पीना छोड़ दे तो वह भी कोशिश कर सकती है। कुटुंब न्यायालय ने पांच चरण की काउंसलिंग कर दंपती को शराब छोड़ने पर राजी किया और उनसे शपथ पत्र भरवाकर उन्हें वापस घर भेज दिया है।
पत्नी की दलील
पत्नी ने कहा कि पति साफ्टवेयर इंजीनियर है। 2014 में उनकी शादी हुई। पति रोज शराब पीकर घर आते थे। तब मैंने ही घर में ही शराब लाकर पीने की बात कही थी, लेकिन साथ देने का कहकर पति ने मुझे भी पिलाना शुरू कर दी। अब रोज पीने की आदत लग गई है तो कहते हैं कि शराब छोड़ दो। मैं शराब बंद कर दूंगी, लेकिन पति को भी शराब पीनी छोड़नी होगी।
पति ने कही ये बात
पति का कहना है कि शादी को आठ साल हो चुके हैं। शादी के तीन साल बाद बेटा हुआ। अब वह पांच साल का हो चुका है। तब की परिस्थिति अलग थी। अब एक शराबी मां अपने बच्चे को कैसे पालेगी। बच्चे पर गलत प्रभाव दिखने भी लगा है। इसीलिए मैंने पत्नी को शराब छोड़ने के लिए कहा। बार-बार कहने के बाद भी वह नहीं मानी तो तलाक का केस दायर किया।
पति की शर्त, पत्नी मायके नहीं जाएगी
शराब छोड़ने के साथ ही पति ने कोर्ट में शर्त रखी है कि पत्नी मायके नहीं जाएगी। हालांकि, इस पर पत्नी ने साफ इन्कार कर दिया। उसने कहा कि वह अपनी मां की इकलौती संतान है और मां को उसकी जरूरत है। अगर वह मदद नहीं करेगी तो कौन करेगा।
दंपती को एक साथ घर भेजा
कुटुंब न्यायालय के काउंसलर शैल अवस्थी के मुताबिक, इस मामले में पांच बार काउंसिलिंग की गई। दंपती से शपथ पत्र भरवाकर एक साथ घर भेजा गया है।