भोपाल, राज्य ब्यूरो। मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दल पूरी तरह से एक्टिव हो चुके हैं। इसी के साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने 15 महीने सत्ता में रहने के बाद भी एक भी वचन पूरा नहीं किया।
'जनता को भ्रमित कर रहे कमलनाथ'
मुख्यमंत्री शिवराज ने कमलनाथ पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता जवाब चाहती है और हम प्रश्न पूछेंगे। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादक किसानों को पांच रुपये प्रति लीटर बोनस देने का वचन दिया था, वो पूरा क्यों नहीं किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने कमलनाथ से सवाल पूछा तो वो बौखला गए और कह रहे हैं कि क्या कोई मुख्यमंत्री सवाल पूछता है। आप जनता को भ्रमित करो, झूठ बोलते रहो और हम पूछे भी नहीं, ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि हम पूछेंगे कि आपने वादे पूरे क्यों नहीं किए। शनिवार को हमने पूछा था कि गेहूं, चना, सरसों से लेकर अन्य फसलों पर बोनस क्यों नहीं दिया। इसका तो उत्तर नहीं दिया और दूसरा सवाल यह है कि दुग्ध उत्पादक कृषकों को दुग्ध संघ के माध्यम से पांच रुपये प्रति लीटर बोनस देने का वचन दिया था, वह क्यों नहीं दिया।
कमलनाथ ने शिवराज पर किया पलटवार
कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज पर पलटवार करते हुए कहा कि आपने कृषि उपज और दूध के प्राथमिक प्रसंस्करण के लिए स्व-सहायता समूह और कृषक उत्पादक समूहों को 20 लाख रुपये का ऋण देने का वादा किया था, उसका क्या हुआ। कमलनाथ ने ट्वीट किया कि मध्य प्रदेश में कोई भी विकास कार्य ना करने की शपथ ले चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से मैं यह पूछना चाहता हूं कि आपने भाजपा के "नारी शक्ति संकल्प पत्र" में ''कृषि उपज और दूध के प्राथमिक प्रसंस्करण हेतु महिला स्वयं सहायता समूह और एफपीओ को 20 लाख रुपए तक का दीर्घकालिक ब्याज मुक्त ऋण देने" का वादा किया था। क्या आप जनता के सामने तथ्य रखकर बताएंगे कि इस घोषणा पर क्या प्रगति हुई ? या फिर दूध पर किए इस वादे का भी आपने दही कर दिया ?
कमलनाथ ने आगे कहा कि मैं आपसे पुनः निवेदन करता हूं कि मुख्यमंत्री पद की गरिमा को पहचानिए। गाल बजाना बंद कीजिए और हाथ चलाना शुरु कीजिए। जो कुछ महीने आपकी खरीद-फरोख्त की सत्ता के बचे हैं, उसमें एकाध काम तो जनकल्याण का कर दीजिए।