Madhya Pradesh: पीएमओ को धमकी भरी मेल भेजने वाले सीधी के दो संदिग्ध हिरासत में
Madhya Pradesh पीएमओ को धमकी भरी ईमेल मेल भेजने के मामले में जांच एजेंसियां दो दिनों से मध्य प्रदेश के सीधी में डेरा डाले हुई हैं। इस मामले में स्थानीय पुलिस की मदद से दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर दो दिनों से गहन पूछताछ की जा रही है।
सीधी, जेएनएन। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को धमकी भरी ईमेल मेल भेजने के मामले में जांच एजेंसियां दो दिनों से मध्य प्रदेश के सीधी में डेरा डाले हुई हैं। इस मामले में स्थानीय पुलिस की मदद से दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लेकर दो दिनों से गहन पूछताछ की जा रही है। हालांकि, पुलिस अधिकारी या जांच एजेंसियों की ओर से किसी तरह की पुष्टि नहीं की जा रही है।
सीधी के युवकों ने भेजी थी ईमेल
सीधी निवासी दो युवकों ने रविवार की शाम प्रधानमंत्री कार्यालय में एक धमकी भरी ईमेल भेजी। जैसे ही मेल पहुंची, पीएमओ में तैनात अधिकारी सक्रिय हो गए। पुलिस अधीक्षक कार्यालय सीधी को जानकारी मिली तो आनन-फानन साइबर सेल भी सक्रिय हो गया। लोकेशन ट्रेस कर सीधी के दो युवकों को हिरासत में भी ले लिया गया है, जिनसे दो दिनों से पूछताछ चल रही है।
दिल्ली व भोपाल से पहुंची टीम
एसटीएफ भोपाल, आइबी दिल्ली सहित अन्य जांच टीमें जिला मुख्यालय में पिछले 48 घंटे से अधिक समय से साक्ष्य जुटाने में लगी हुई हैं। युवकों से गहन पूछताछ की जा रही है। मेल संदेश में क्या लिखा है, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। केंद्रीय जांच दल के साथ स्थानीय पुलिस भी मामले में काफी गोपनीयता बरत रही है। सूत्रों का कहना है कि संदिग्धों के संबंध में पता लगाने के अलावा उनके मोबाइल फोन की जांच भी की गई है। मेल भेजने में किन-किन लोगों का हाथ है, इस पर भी जांच हो रही है।
गौरतलब है कि फरवरी, 2022 में यूक्रेन के कीव शहर में फंसी विदिशा की छात्रा सृष्टि की मां वैशाली विल्सन से ठगी करने वाले प्रिंस के पास से पुलिस ने पीएमओ का फर्जी आइकार्ड बरामद किया था। उसने खुद को पीएमओ का अधिकारी बता कर 42 हजार रुपये की ठगी की थी। आरोपित प्रिंस गाबा (35) को पुलिस गुरुग्राम से गिरफ्तार कर विदिशा लेकर आई। सृष्टि की मां वैशाली को दिल्ली से एक फोन आया था, जिसमें फोन करने वाले ने अपना नाम प्रिंस बताते हुए खुद को पीएमओ का अधिकारी बताकर उनकी बेटी और उसकी एक दोस्त का एयर टिकट बुक कराने के लिए 42 हजार रुपये खाते में जमा कराए थे। जब एयर टिकट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो पीड़िता ने पुलिस की मदद ली थी।