परिवहन मंत्री ने माना, आरटीओ सील लगा देते हैं और हो जाता है फिटनेस
प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने माना है कि तकनीक के अभाव में बसों की फिटनेस सही तरीके से चेक नहीं हो पा रही। यहां न ही टेस्टिंग ट्रैक हैं और न ही तकनीकी रूप से दक्ष अमला।
By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 24 Aug 2016 05:25 AM (IST)Updated: Wed, 24 Aug 2016 05:28 AM (IST)
भोपाल। प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने माना है कि तकनीक के अभाव में बसों की फिटनेस सही तरीके से चेक नहीं हो पा रही। यहां न ही टेस्टिंग ट्रैक हैं और न ही तकनीकी रूप से दक्ष अमला। आरटीओ सील-ठप्पा लगाकर बस दस्तावेज बना देते हैं। इसीलिए यह दिक्कतें आ रही हैं।
मंत्रालय में उन्होंने मीडिया से कहा कि सभी सरकारी व निजी टेस्टिंग ट्रैक का अध्ययन किया जा रहा है। परफेक्ट फिटनेस के लिए जरूरत पड़ी तो प्राइवेट एजेंसी की सेवाएं ली जाएंगी।
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