मध्य प्रदेश में बारिश के बाद जल्द करवट लेगा मौसम, जानें कब से आ रही है ठंड
MP Weather News Update मौसम विभाग का अनुमान है कि इंदौर होशंगाबाद व जबलपुर 17 व 18 अक्टूबर को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश में 16 अक्टूबर के आस पास बारिश होगी जिसके बाद 18 अक्टूबर के बाद तापमान में गिरावट आ जाएगी।
इंदौर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में वीरवार को तेज धूप के कारण दिन भर गर्मी रही लेकिन शाम होते होते तापमान में गिरावट होने से ठंडक का अहसास होने पर लोगों ने सुकून महसूस किया। वीरवार को शहर में बादल न होने वा आर्द्रता में कमी के चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 20.7 डिग्री दर्ज किया गया जबकिअधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 32.5 डिग्री दर्ज हुआ। वीरवार सुबह के समय धुंध होने की वजह से दृश्यता दो हजार मीटर तक ही थी। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों तक मौसम में उतार चढ़ाव ऐसे ही जारी रहेगा। बंगाल की खाड़ी में भी कम दबाव का क्षेत्र देखा जा रहा है।
17 से 18 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश
इसके प्रभाव के कारण इंदौर, होशंगाबाद व जबलपुर संभाग में 17 से 18 अक्टूबर तक हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। वहीं पूर्वी मध्य प्रदेश में 16 अक्टूबर के आसपास बारिश हो सकती है। जिसके बाद 18 अक्टूबर को तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। इसके बाद अगर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र का असर कमजोर हुआ तो इसका प्रभाव छत्तीसगढ़ तक ही सीमित रहेगा।
दशहरे का पड़ेगा प्रदूषण पर असर
शुक्रवार दशहरे के मौके पर शहर भर में रावण दहन किया जाएगा जिसकी वजह से प्रदूषण बढ़ने की पूरी संभावना है। बता दें कि पिछले तीन दिनों के आंकड़ों के अनुसार इंदौर में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है, वहीं एयर क्वालिटी इंडेक्स भी 100 से ज्यादा है। वैसे भी दशहरे और दीपावली के दौरान आतिशबाजी के कारण वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। जबकि मानसूनी बारिश के बाद प्रदूषण का स्तर कम हो जाता है लेकिन दशहरे तक इसमें वृद्धि हो जाती है। आम दिनों के मुकाबले दीपावली पर प्रदूषण तीन गुना अधिक हो जाता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार बीते कुछ दिनों से शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। 11 अक्टूबर को प्रदूषण का स्तर 101,12 अक्टूबर को ये 117 और 13 अक्टूबर को 130 था। बारिश न होने की वजह से भी प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है।