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बोर्ड के बदले हुए पैटर्न पर आफलाइन मोड में शुरू हुई नौवीं से बारहवीं की छमाही परीक्षाएं

स्कूल शिक्षा विभाग ने कहा कि छमाही परीक्षा की समीक्षा की जाएगी। खासतौर पर दसवीं व बारहवीं कक्षा की समीक्षा कर जो विद्यार्थी जिस भी टापिक से प्रश्न साल्व नहीं कर पाए होंगे उन प्रश्नों को चिन्हित कर उन्हें फिर से कराया जाएगा।

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 29 Nov 2021 03:17 PM (IST)Updated: Mon, 29 Nov 2021 03:17 PM (IST)
बोर्ड के बदले हुए पैटर्न पर आफलाइन मोड में शुरू हुई नौवीं से बारहवीं की छमाही परीक्षाएं
बोर्ड के बदले हुए पैटर्न पर आफलाइन मोड में शुरू हुई नौवीं से बारहवीं की छमाही परीक्षाएं

भोपाल, जेएनएन। इस बार छमाही परीक्षा बोर्ड के बदले पैटर्न पर ली जा रही है। हर प्रश्नपत्र में 40 फीसद वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जा रहे हैं। वहीं दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों की संख्या कम है। वस्तुनिष्ट प्रश्न अधिक होने से पेपर देने के बाद विद्यार्थियों के पास समय बच रहा है, जिससे वे उत्तरपुस्तिका को अच्छे से दोहरा पा रहे हैं।

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मालूम हो कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक की छमाही परीक्षाएं सोमवार से बोर्ड के बदले हुए पैटर्न पर आफलाइन मोड में शुरू हुई। पहली पाली में नौवीं का गणित तो ग्यारहवीं का संस्कृत, उर्दू व मराठी का पेपर हुआ। सुबह 9 बजे से पहली पाली की परीक्षा के लिए विद्यार्थी सुबह 8.30 बजे से स्कूल पहुंच गए थे। कक्षा नौवीं एवं ग्यारहवीं की परीक्षा की सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक चली। वहीं दूसरी पाली में दसवीं व बारहवीं की परीक्षा दोपहर 12:30 बजे शुरू हुई, जो दोपहर 3:30 बजे तक चलेगी। दसवीं का पहला पेपर अंग्रेजी का रहा और बारहवीं का बायोटेक्नोलाजी और वोकेशनल कोर्सेस की परीक्षा से शुरुआत हुई।

जानकारी हो कि नौवीं के विद्यार्थियों ने कहा कि गणित का प्रश्‍नपत्र आसान रहा। कोई भी प्रश्न कोर्स से बाहर क नहीं पूछा गया था। इस दौरान विद्यार्थी भी शांति से परीक्षा देते नजर आए। बता दें, कि पहली बार स्थानीय छुट्टी के दिन भी छमाही परीक्षा ली जा रही है। तीन दिसंबर को गैस त्रासदी स्मृति दिवस के दिन राजधानी में स्थानीय छुट्टी घोषित है, लेकिन उस दिन स्कूलों में कक्षा नौवीं से बारहवीं तक की छमाही परीक्षाएं ली जाएंगी।

स्कूल शिक्षा विभाग ने कहा कि छमाही परीक्षा की समीक्षा की जाएगी। खासतौर पर दसवीं व बारहवीं कक्षा की समीक्षा कर जो विद्यार्थी जिस भी टापिक से प्रश्न साल्व नहीं कर पाए होंगे, उन प्रश्नों को चिन्हित कर उन्हें फिर से कराया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में बोर्ड परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होंगी। अभी ढाई माह का समय शेष है। ऐसे में परीक्षा के बाद रिवीजन कक्षाएं लगाई जाएंगी।

भोपाल जिला शिक्षा अधिकारी ने कुछ स्कूलों का निरीक्षण कर कोविड गाइड के पालन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि 50 फीसद उपस्थिति को लेकर फिर से गाइडलाइन जारी कर दी गई है। परीक्षा के दौरान कोविड गाइडलाइन का पालन जरूरी है। 


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