रैलिंग पर बैठकर कर रही थी मोबाइल पर बात, 60 फीट नीचे गिरी
मानसरोवर कॉम्पलेक्स की टॉप फ्लोर की रैलिंग से गिरकर एक इंजीनियरिंग की छात्रा की मौत हो गई।
भोपाल(नप्र)। मानसरोवर कॉम्पलेक्स की टॉप फ्लोर की रैलिंग से गिरकर एक इंजीनियरिंग की छात्रा की मौत हो गई। वह छत पर बनी करीब डेढ़ फीट की रैलिंग पर बैठकर सहेली से फोन पर बात कर रही थी, तभी संतुलन बिगड़ने से सिर के बल सीधे करीब 60 फीट नीचे जमीन पर आ गिरी। घटना गुरुवार शाम 7:30 बजे हुई।
एमपी नगर पुलिस के मुताबिक प्रीति पुत्री भगवानदास सुरवाड़े (22) डी-345, एन-1, डी सेक्टर में रहती थी। वह रातीबड़ स्थित विवेकानंद इंजीनियरिंग कॉलेज में बीई (सीएस ब्रांच) फोर्थ इयर की छात्रा थी। कॉलेज जाने के अलावा वह मानसरोवर कॉम्पलेक्स के टॉप फ्लोर पर स्थित शर्मा कम्प्यूटर अकादमी से कोचिंग भी कर रही थी। वह शाम को कोचिंग आई थी। शाम करीब 7:30 बजे वह केंटीन के पास रैलिंग पर बैठकर मोबाइल फोन पर बात कर रही थी। इस दौरान संतुलन बिगड़ने से सिर के बल जमीन पर जा गिरी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
कुछ लोगों ने टोका भी था
थाना प्रभारी एसके अवस्थी ने बताया कि प्रीति जब रैलिंग पर बैठकर बात कर रही थी, तो कैंटीन संचालक और एक अन्य ने उसे वहां बैठने पर टोका भी था, लेकिन वह बातों में मशगूल रही। कुछ ही पल बाद वह नीचे गिर पड़ी।
सहेली से मिला घर का पता
प्रीति के साथ ही उसका मोबाइल फोन भी गिर गया था। पुलिस ने आखिरी बार डायल किए नंबर पर फोन लगाया, जो प्रति की सहेली का निकला। उससे बात करने के बाद छात्रा का नाम व घर का पता मिला।
क्या पता था बेटी अब कभी नहीं लौटेगी
प्रीति के पिता भगवानदास भेल की बीएचई सोसायटी में कार्यरत हैं। प्रीति के अलावा उनका एक बड़ा बेटा राजू है। वह विदिशा के कोतवाली थाने में आरक्षक है। भगवानदास ने बताया कि बेटी बस से कॉलेज जाती थी। वह रोजाना शाम 5ः30 बजे स्कूटर से कोचिंग जाती थी। मां मंजू देवी ने बताया कि वह हर गुरुवार को साईं बाबा के मंदिर जाती थी। गुरुवार को भी वह मंदिर से लौटने के बाद पिता के साथ कूलर की मोटर सुधरवाने के लिए डालने बाजार गई थी। इसके बाद तय समय पर कोचिंग के लिए रवाना हो गई। उन्हें क्या पता था कि बेटी अब कभी नहीं लौटेगी।
बेटा...प्रीति नहीं रही
घटना की सूचना मिलते ही प्रीति के पिता भगवानदास पत्नी मंजू के साथ बदहवास हालत में मानसरोवर कॉम्पलेक्स पहुंचे। वहां पहुंचकर मंजू बेसुध सी हो गई। पिता फोन पर बेटे को विदिशा से तुरंत भोपाल आने का कह रहे थे, तभी मंजू बोल पड़ी बेटा मेरी प्रीति नहीं रही।
कोरजावा का कोर्स कर चुकी थी
कोचिंग के शिक्षक परमजीत ने बताया कि प्रति काफी होनहार लड़की थी। वह सीएस में कोरजावा का कोर्स कर चुकी थी। हाल ही में उसने सी-प्लस का कोर्स करने के लिए कोचिंग आना शुरू किया था। इसकी क्लास एक दिन छोड़कर लगती है। इसके तहत प्रति मंगलवार के बाद गुरुवार को आई थी।