Tribute To Karnveer: शहीद कर्णवीर के परिजनों को एक करोड़ रुपये और भाई को नौकरी देगी शिवराज सरकार
Madhya Pradesh शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि शोपियां मुठभेड़ में जान गंवाने वाले शहीद कर्णवीर सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि भेंट की जाएगी। उनके भाई को शासकीय सेवा में रखा जाएगा। साथ ही गांव में उनकी मूर्ति लगाई जाएगी।
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शोपियां मुठभेड़ में जान गंवाने वाले जवान कर्णवीर सिंह को सतना में श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि भेंट की जाएगी। उनके भाई को शासकीय सेवा में रखा जाएगा, गांव में उनकी मूर्ति लगाई जाएगी। कर्णवीर शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ उनके गांव दलदल में किया गया। बड़े भाई शक्ति सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी। गत दिनों जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ में मध्य प्रदेश के सतना जिले के लाल कर्णवीर सिंह (25) शहीद हो गए थे। 44 राष्ट्रीय रायफल में तैनात कर्णवीर के स्वजन मध्य प्रदेश के सतना शहर के उतैली में निवासरत हैं। उनके पिता रवि सिंह भी सेना में सूबेदार मेजर रह चुके हैं। शोपिया में मुठभेड़ में कर्णवीर के बलिदान की सूचना लेकर प्रशासनिक अधिकारी उनके पिता से मिलने पहुंचे थे। उनका पैतृक घर जिले के ही रामपुर बाघेलान के दलदल गांव में है। रामपुर बाघेलान वह तहसील है, जहां के ज्यादातर युवा भारतीय सेना में हैं।
जम्मू-कश्मीर के शोपियां में हुई थी मुठभेड़
गत दिनों जम्मू-कश्मीर के शोपियां में हुई मुठभेड़ में शहीद सैन्यकर्मी (25) कर्णवीर सिंह मध्य प्रदेश के सतना जिले के दलदल गांव के रहने वाले हैं। मुठभेड़ में मारे गए चारों आतंकी पुलवामा में 16 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के बढ़ई सगीर अहमद अंसारी और 17 अक्टूबर को कुलगाम में बिहार के दो श्रमिकों राजा और जोगिंद्र की हत्या के आरोपित थे।बीते एक पखवाड़े में सुरक्षाबलों ने कश्मीर में 11 मुठभेड़ों में अब तक 17 आतंकियों को मार गिराया है, जबकि आतंकी पिछले 19 दिन में पांच गैर कश्मीरियों समेत 11 लोगों की हत्या कर चुके हैं। पहली मुठभेड़ पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के एक संयुक्त कार्यदल ने शोपियां के द्रग्गड़ इलाके की घेराबंदी कर तलाशी शुरू की। दरअसल, पुलिस को अपने तंत्र से इलाके में टीआरएफ के आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। तलाशी लेते हुए जवान जब आगे बढ़े तो वहां एक जगह छिपे आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। आतंकियों ने जवानों पर राइफल ग्रेनेड दागने के साथ ही अपने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की। इस दौरान तीन सैन्यकर्मी घायल हो गए। अन्य जवानों ने अपने घायल साथियों को वहां से सुरक्षित जगह पहुंचाने का बंदोबस्त करते हुए आतंकियों पर जवाबी प्रहार किया था।