जेलों के 'निरीक्षण' से पीछे हटी सरकार
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल [ सीआईएसएफ ] की टीम अब भोपाल सेंट्रल जेल का ही निरीक्षण कर वहां की खामियां बताएगी।
भोपाल, ब्यूरो। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल [ सीआईएसएफ ] की टीम अब भोपाल सेंट्रल जेल का ही निरीक्षण कर वहां की खामियां बताएगी। इससे पहले डीजी जेल संजय चौधरी ने प्रदेश की सभी 11 सेंट्रल जेलों में सीआईएसएफ के अधिकारियों की मौजूदगी में निरीक्षण करवाने की बात कही थी। सूत्रों की मानें तो जेल मुख्यालय की ओर से भेजे गए जेल निरीक्षण करने के प्रस्ताव के जवाब में वहां से प्रति जेल 15 लाख रुपए की मांग की गई। इस पर तय हुआ कि सिर्फ भोपाल सेंट्रल जेल का निरीक्षण ही सीआईएसएफ की टीम से करवाया जाए। उधर, अधिकारी इस बदलाव के बचाव में कह रहे हैं कि भोपाल सेंट्रल जेल के निरीक्षण के बाद दिए गए सुझाव को अन्य सेंट्रल जेलों में भी लागू किया जाएगा।
मालूम हो कि 30-31 अक्टूबर की दरमियानी रात आठ सिमी आतंकी प्रहरी रमाशंकर यादव की हत्या कर जेल से भाग गए थे, इसके बाद जेल विभाग द्वारा सभी सेंट्रल जेलों का सुरक्षा ऑडिट करवाने की बात कही गई थी जिसे सीआईएसएफ के अधिकारियों को लीड करना था। हालांकि मामले की जानकारी जेल मंत्री कुसुम महदेले को नहीं दी गई है जिसके चलते जब नवदुनिया ने उनसे बात कर इसके बारे में जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ की टीम सभी सेंट्रल जेलों का मुआयना करेगी।
अब यह टीम करेंगी सुरक्षा ऑडिट
सीआईएसएफ से सिर्फ भोपाल सेंट्रल जेल का निरीक्षण करवाने के फैसले के बाद सात नवंबर को जेल विभाग ने एडीजी सुधीर शाही के नेृृतत्व में चार सदस्यीय टीम बनाई है। इसमें आईजी सीआईडी अनिल कुमार, पीडब्ल्यूडी के संजीव निगम और आईटी एक्सपर्ट पंकज शर्मा शामिल हैं।
सीआईएसएफ ने शुरू किया निरीक्षण
इधर मंगलवार को सीआईएसएफ के लगभग आधा दर्जन अधिकारी भोपाल सेंट्रल जेल पहुंचे और निरीक्षण किया। टीम सेंट्रल जेल में मौजूदा अमला कितना है और कितने की जरूरत है के साथ जेल बिल्डिंग का स्ट्रक्चर और सुरक्षा उपकरणों को लेकर निरीक्षण करेगी। बताया जा रहा है कि पहले दिन स्ट्रक्चर संबंधी कई खामियां टीम ने नोट की है। इसके अलावा सीसीटीवी की क्वालिटी भी टीम ने चैक की।