Move to Jagran APP

Madhya Pradesh: पन्ना के किसान को मिला 6.29 कैरेट का हीरा, बदल गई किस्मत

Madhya Pradesh मप्र के पन्ना में जरुआपुर गांव के किसान सुनील कुमार उथली खदान क्षेत्र से 6.29 कैरेट वजन का हीरा मिला है। इस हीरे की अनुमानित कीमत 30 लाख रुपये बताई जा रही है। हीरा मिलने से किसान काफी खुश है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 15 Jun 2022 07:02 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jun 2022 09:55 PM (IST)
Madhya Pradesh: पन्ना के किसान को मिला 6.29 कैरेट का हीरा, बदल गई किस्मत
पन्ना के किसान को मिला 6.29 कैरेट का हीरा, बदल गई किस्मत। फोटो इंटरनेट मीडिया

पन्ना, जेएनएन। मध्य प्रदेश में पन्ना के ग्राम जरुआपुर निवासी सुनील कुमार (40) को उथली खदान क्षेत्र से जेम क्वालिटी वाला 6.29 कैरेट वजन का हीरा मिला है। इस हीरे की अनुमानित कीमत 30 लाख रुपये बताई जा रही है। खदान में हीरा मिलने की खबर के बाद से सुनील के घर में खुशी का माहौल है।

loksabha election banner

यहां जमा किया हीरा

हीरा धारक सुनील अपने साथियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय आकर वहां विधिवत हीरा जमा कर दिया है। हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि 6.29 कैरेट वजन का यह हीरा उज्जवल किस्म का है, जो गुणवत्ता और कीमत के लिहाज से अच्छा माना जाता है। पन्ना में उथली खदानों से प्राप्त इस हीरे को आगामी नीलामी में रखा जाएगा। बिक्री से प्राप्त राशि में से शासन की रायल्टी काटने के बाद शेष राशि हीरा धारक को प्रदान की जाएगी।

मिलेगी इतनी रकम

हीरे की अनुमानित कीमत पर हीरा पारखी ने बताया कि हीरा जेम क्वालिटी का है, जिसकी अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है, लेकिन अभी उसकी कीमत नहीं बताई जा सकती। हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि इस हीरे को कार्यालय में जमा करवा दिया है।अगली नीलामी में इसे रखा जाएगा। नीलामी के बाद मिलने वाली राशि से 11.5 परसेंट शासन की रायल्टी काटकर बांकी रकम हीरा धारक के खाते में भेज दी जाएगी।

दो वर्ष से कर रहा हीरों की तलाश 

हीरा धारक सुनील कुमार ने बताया कि आर्थिक तंगी से निजात पाने करीब दो वर्ष से हीरा खदान लगाकर हीरों की तलाश करता आ रहा हूं, लेकिन अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा था। घर में ढाई एकड़ खेती है, जिसमे गुजर बसर नही चल पाता था। हीरा मिलने पर अपनी ख़ुशी का इजहार करते हुए सुनील ने कहा कि जुगल किशोर जी ने उसकी फरियाद सुन ली जिससे मुझे यह हीरा मिल गया। सुनील बताता है कि घर की आर्थिक स्थित खराब होने की वजह से वह बच्चों की अच्छी परवरिश और पढाई को लेकर चिंतित था।

कहा-अब सारी चिंता दूर हो गई

सुनील ने बताया कि उसने पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर हीरा कार्यालय से 10 बाई 10 का हीरा खदान खोदने के लिए निजी खेत में पट्टा लिया था। उसी में खुदाई के दौरान है, यह उज्जवल किस्म का हीरा प्राप्त हुआ है। जिसे पन्ना के हीरा कार्यालय में जमा करा दिया गया है। हीरा मिलने की खुशी सुनील के चेहरे से साफ झलक रही थी, उसने बताया कि जुगल किशोर का नाम लेकर खदान शुरू की थी और भगवान ने उनकी सुन ली। अब सारी चिंता दूर हो गई है, बच्चों की परवरिश और पढाई भी अब अच्छे से हो सकेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.