Madhya Pradesh: 'बुली बाई' एप के खिलाफ शिकायत मिली तो होगी कार्रवाई: नरोत्तम मिश्रा
Madhya Pradesh बुली बाई एप पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह एप बंद कर दिया गया है लेकिन कोई शिकायत मिलती है तो हम भी कड़ी कार्रवाई करेंगे।
भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने मुस्लिम महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड करने वाले बुली बाई एप पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि हालांकि यह एप बंद कर दिया गया है, लेकिन कोई शिकायत मिलती है तो हम भी कड़ी कार्रवाई करेंगे। सोमवार को मीडिया के साथ बातचीत में गृह मंत्री डा. मिश्रा ने कहा कि हमारे लिए नारी पूज्यनीय है। वह किसी भी धर्म, समाज की हो सदा सम्मानीय है। बुली बाई एप को लेकर जानकारी मिली है कि उसमे मुस्लिम महिलाओं को लेकर आपत्तिजनक कंटेंट डाले गए थे। इसकी शिकायत मिलते ही केंद्र की मोदी सरकार ने इस एप को प्रतिबंधित कर दिया। जिन लोगों ने भी यह हरकत की है, उनके खिलाफ केंद्र और अन्य राज्य कार्रवाई कर रहे हैं। इसको लेकर कोई शिकायत मिलती है तो मध्य प्रदेश पुलिस भी कड़ी कार्रवाई करेगी।
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने इनको दी चेतावनी
डा. मिश्रा ने कहा कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की इस तरह की कोशिश स्वीकार्य नहीं है। जो भी ऐसा करेगा उसे सजा भुगतनी होगी। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के लिए महिलाओं का सम्मान सबसे पहले है, चाहे वह किसी भी धर्म की हों। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्लिम महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए ट्रिपल तलाक खत्म करने का कानून लागू किया। मुस्लिम महिलाओं को आत्मनिर्भर व शिक्षित करने केंद्र व प्रदेश की शिवराज सरकार कई योजनाएं भी चला रही है। गृह मंत्री ने उन लोगों को चेतावनी दी, जो महिलाओं के सम्मान के खिलाफ सोशल मीडिया को टूल की तरह उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसा काम अगर कोई करेगा तो उसकी जगह जेल में होगी।
बुली बाई एप के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में एफआइआर
प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की विवादास्पद तस्वीरें अपलोड करने वाले मोबाइल एप 'बुली बाई' के डेवलपर और ट्विटर हैंडल के खिलाफ दिल्ली और मुंबई में एफआइआर दर्ज की गई है। वहीं, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्रि्वनी वैष्णव ने कहा कि होस्टिंग प्लैटफार्म 'गिटहब' ने उपयोगकर्ता को ब्लाक करने की पुष्टि की है और भारतीय कंप्यूटर आपदा प्रतिक्रिया दल (सीइआरटी) तथा पुलिस प्रशासन आगे की कार्रवाई के लिए समन्वय कर रहे हैं।