VIDEO: मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने शिवराज सिंह चौहान को टंट्या मामा का पुनर्जन्म बताया
Madhya Pradesh मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री ने कहा कि टंट्या मामना ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रूप में पुनर्जन्म लिया है। टंट्या मामा ने गरीबों में बांटने के लिए अमीरों को लूटा हमारे मामा लूटते नहीं बल्कि गरीबों में बांटने के लिए अमीरों पर कर लगाते हैं।
भोपाल, एएनआइ। मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने सोमवार को खरगोन में कहा कि हम यह कह सकते हैं कि टंट्या मामना ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रूप में पुनर्जन्म लिया है। उनके मुताबिक, टंट्या मामा ने गरीबों में बांटने के लिए अमीरों को लूटा, हमारे मामा लूटते नहीं बल्कि गरीबों में बांटने के लिए अमीरों पर कर लगाते हैं। इससे पहले शनिवार को खंडवा जिले के ग्राम बड़ौदा अहीर में गौरव कलश यात्रा के शुभारंभ अवसर पर शिवराज ने कहा था कि कांग्रेस ने आजादी का गलत इतिहास पढ़ाकर जनजातीय समुदाय और क्रांतिकारियों का अपमान किया है। आजादी के लिए केवल एक ही परिवार का योगदान बताकर गुमराह किया गया। टंट्या मामा जैसे कई जननायक हुए, जिन्होंने आजादी के लिए अपने खून की आखिरी बूंद तक कुर्बान कर दी।
#WATCH | We can say that Tantya mama has been reincarnated as our CM SS Chouhan; Tantya mama looted the rich to distribute amongst poor, our mama doesn't loot but taxes the rich to distribute among the poor: Kamal Patel, MP Agriculture Min, at Tantya Bhil Gaurav Yatra in Khargone pic.twitter.com/G7NhACuzY0
— ANI (@ANI) November 29, 2021
शिवराज ने कहा कि गर्व की बात है कि आज जननायक टंट्या मामा की जन्मभूमि से गौरव कलश यात्रा का शुभारंभ हो रहा है। उनकी शहीदी स्थली पातालपानी को नवतीर्थ के रूप में विकसित कर वहां टंट्या मामा की विशाल प्रतिमा लगाई जाएगी। पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम भी टंट्या भील रेलवे स्टेशन रखने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने भीली बोली में उपस्थित जनजातीय समुदाय को अभिवादन कर कहा कि आप लोग भाग्यशाली हो कि टंट्या मामा की इस जन्मभूमि पर रह रहे हो। प्रदेश सरकार द्वारा जननायक क्रांतिसूर्य वीर टंट्या भील के शहीदी दिवस को गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में चार दिसंबर को पातालपानी में भव्य आयोजन होगा। टंट्या मामा ने शोषण और अन्याय के खिलाफ जंग लड़ी। उन्होंने अंग्रेजों से धन व अनाज को लूटकर भूखे और जरूरतमंदों के बीच में बांटा। इस क्रांतिवीर को हमारा नमन है। मंच पर आसीन टंट्या मामा के वंशज सोनीबाई जयसिंग, वासुदेव सिरसाटे और हेमराज सिरसाटे को मुख्यमंत्री चौहान ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने टंट्या भील के स्मारक पर पहुंच कर पूजा-अर्चना की। यहां से पवित्र माटी को कलश में रखकर गौरव कलश यात्रा को रवाना किया।