इंदौर सामूहिक आत्महत्या: दादा-नाना की गोदी में नन्हें बच्चों के शव देख फूट-फूट कर रोने लगे परिजन
Indore mass suicide case इंदौर के भगीरथपुरा निवासी अमित ने फटाफट लोन के जाल में फंसकर अपने पत्नी और बच्चों को जहर देकर खुद आत्महत्या कर ली। चारों शवों का पंचकुईयां मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
इंदौर, जागरण आनलाइन डेस्क। इंदौर में रहने वाले मैकेनिक अमित यादव का बुधवार को पंचकुइया मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। भगीरथपुरा निवासी 32 वर्षीय अमित ने पत्नी टीना, बेटी याना और बेटे दिव्यांश को जहर देकर खुदकुशी की थी, बुधवार सुबह अरबिंदो अस्पताल में चारों के शवों की जांच की गई।
दादा आजाद और भाई शक्ति समेत अन्य परिजन वहां मौजूद थे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार मामला फटाफट मिलने वाला लोन का बताया जा रहा है।
हर इंसान की आंखें थी नम
पोस्टमार्टम के बाद शवों को सीधे गुरुशंकर नगर स्थित बहन के घर लाया गया था। नाना रमेश यादव ने डेढ़ साल के दिव्यांश के शव को और दादा आजाद यादव ने तीन साल की याना के शव को उठाया तो वहां मौजूद हर इंसान की आंखें नम हो गई और परिजन फूट-फूटकर रोने लगे। चारों शवों का पंचकुईयां मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
11:30 बजे अमित ने मोबाइल किया था फार्मेट
जांच के दौरान पुलिस ने अमित और टीना का मोबाइल चेक किया तो पता चला कि घटना से पहले ही अमित का मोबाइल फार्मेट हो चुका है। उसने इंस्टेंट लोन एप ट्रू बैलेंस, मोबाइल पॉकेट, मनी व्यू, स्मार्ट कॉइन और रूफिलो से कर्ज लिया था। पुलिस ने अमित का फोन चेक किया लेकिन उसमें कुछ नहीं मिला।
टीना के फोन में आखिरी कॉल बहन पूनम की थी। पुलिस ने पूनम से इस बारे में बातीचत की तो पता चला कि टीना सोमवार को महाकाल के शाही गवाह में शामिल होने के लिए उज्जैन गई थी। भंडारी ब्रिज के पास बस से उतरकर टीना को ऑटो रिक्शा से भगीरथपुरा भेज दिया।
टीना ने फोन कर बताया कि वह घर पहुंच गई हैं। कॉल लॉग में दूसरा नंबर टीना के भाई कार्तिक का मिला है। पुलिस ने अमित के फोन का डाटा रिकवर करने के लिए क्राइम ब्रांच को फोन दिया है। टीना के फोन की जांच में सामने आया कि अमित ने रात 9:28 बजे तक फोन किया था।
उज्जैन के लिए रवाना होने से पहले टीना अपने वॉट्सएप के बारे में बात कर रही थीं। ऐसी संभावना है कि इसके बाद उसने फोन का सारा डाटा डिलीट कर दिया।
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दिए जांच के आदेश
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि एप से कर्ज लेकर एक परिवार की आत्महत्या का मामला मार्मिक है। सभी पहलुओं की जांच होनी चाहिए। पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने दोपहर में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
टीम में एसीपी (हीरानगर) धैर्यशील येवाले, टीआई (बाणगंगा) राजेंद्र सोनी, एसआई (भागीरथपुरा) महेश चौहान और साइबर विशेषज्ञ शामिल हैं। पुलिस अमित के मोबाइल कॉल विवरण, मोबाइल के साथ संदेश, ई-वॉलेट, बैंक खातों की जांच कर रहा है।