Madhya Pradesh: प्याज की फसल न बिकने से किसान को हुआ आर्थिक नुकसान, फांसी लगाकर की आत्महत्या
भोपाल शहर के नजीराबाद थाना इलाके में एक किसान ने तनाव में आ कर सुसाइड कर लिया। दरअसलप्याज की फसल न बिकने से वह बेहद परेशान था और उधारी का पैसा भी उसे वापस नहीं मिल रहा था। जिससे परेशान हो कर किसान ने आत्महत्या कर ली। (फाइल फोटो)
भोपाल, ऑनलाइन डेस्क। भारत की अर्थव्यवस्था के लिए किसा रीढ़ की हड्डी के समान हैं, लेकिन कई बार यह किसान इतने परेशान हो जाते हैं कि यह सुसाइड का रास्ता चुन लेते हैं। ऐसा ही एक घटनाक्रम भोपाल शहर के नजीराबाद थाना इलाके से सामने आया है। जहां एक किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आर्थिक नुकसान होने के कारण किसान ने सुसाइड कर लिया।
प्याज की फसल न बिकने से की आत्महत्या
जानकारी के मुताबिक नजीराबाद थाना इलाके कोलखेड़ी गांव के 40 साल का जगन्नाथ सिलावट पेशे से किसान था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह लगातार प्याज की खेती कर रहा था। प्याज की फसल उसके घर पर रखी थी, लेकिन उचित दाम नहीं मिलने के कारण वह तनाव में था। वहीं, कुछ लोग उसके उधारी के रुपये भी नहीं लौटा रहे थे। जिसके चलते उसे काफी आर्थिक नुकसान सहना पड़ रहा था, यही कारण है कि किसान ने अपने ही घर में आत्महत्या करने का ही रास्ता चुन लिया।
चार एकड़ की है जमीन
पुलिस को घटनास्थल से अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। हालांकि, पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। किसान के पास चार एकड़ जमीन थी, लेकिन इसके बावजूद भी उसे आर्खिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। उससे परिवार में पत्नी के अलावा उसके दो बच्चे हैं। मंगलवार रात वह नशे की हालत में घर गया था और अपने कमरे में सोने के लिए चला गया था।
फांसी के फंदे पर लटका मिला किसान
जब अगले दिन पत्नी ने जगाने के लिए आवाज लगाई तो जगन्नाथ की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद पत्नी अपने काम में जुट गई। दोपहर भी हो गई, लेकिन जगन्नाथ अपने कमरे से बाहर नहीं आया। ऐसे में परिवार को आशंका होने लगी तो उन्होंने जगन्नाथ के कमरे का दरवाजा तोड़ा गया। कमरे में जगन्नाथ का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। पुलिस को जांच में पता चला कि प्याज की बिक्री न होने और उसके उचित दाम न मिलने के कारण वह तनाव में था, इसी के चलते उसने यह फैसला किया।
कागजों में लिखा उधारी लेने का हिसाब
पुलिस को शव के पास से कोई सुसाइड नोट तो बरामद नहीं हुआ है, लेकिन उन्हें बहुत सारे पर्चे बरामद हुए हैं। उन पर्चों पर लोगों से हजारों रुपये की उधारी लेने का हिसाब लिखा हुआ है। पुलिस ने केस दर्द कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।