इंदौर में स्वच्छता सर्वेक्षण में हरियाली बढ़ाने पर जोर, हवा शुद्ध करने को गार्डन तैयार करेगा निगम
वन विभाग को नदी किनारे करीब 35 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन अभी विभाग ने सिर्फ आठ हजार ही पौधे लगाए है। नदी किनारे के कुछ स्थानों पर अतिक्रमणफेंसिंग व सीमांकन की समस्यांओं के कारण पौधारोपण नहीं हो पा रहा है।
इंदौर, जेएनएन । इंदौर नगर निगम ने शहर की आबोहवा को अगले चार माह में बेहतर बनाने की कवायद शुरु कर दी है। इसके लिए निगम शहर के रहवासी इलाकों में ग्रीन बफर जोन व शहर के 200 एकड़ हिस्से में जैव विविधता पार्क बनाने की कवायद की जा रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण में इस वर्ष एयर क्वालिटी इंडेक्स की बेहतरी पर जोर दिया जा रहा है। यही वजह है कि निगम शहर में प्रत्येक वार्ड में दो नए गार्डन तैयार करेगा। इस तरह अगले तीन माह माह में शहर में करीब 170 नए गार्डन तैयार होंगे। इसके अलावा ग्रीन बेल्ट क्षेत्र को अतिक्रमणमुक्त कर वहां पर हरियाली बढ़ाने का प्रयास भी किया जाएगा। निगम इतना ही नहीं निगम शहर की सड़कों पर बनाए जा रहे डिवाइडर के दो किलोमीटर हिस्से पर भी हरियाली करेगा।
जानकारी हो कि शहर की सड़कों व फुटपाथ पर जहां पर मिट्टी है, उस हिस्से को पेव्हर ब्लाक से कवर किया जाएगा ताकि वातावरण में धूलकणों की मात्रा को कम किया जा सके। इसके अलावा सड़कों की सफाई को ओर भी बेहतर बनाएंगे ताकि धूल उड़ने को रोका जा सके।
मालूम हो कि शहर में कई उद्यानों का विकास इस वजह से नहीं हो पाया है क्योंकि वहां पर पौधों तक जल पहुंचाने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। दो स्थानों पर बोरिंग है ऐसे में जल्द ही वहां पर गार्डन का विकास किया जाएगा। इसके अलावा एक अन्य गार्डन पर जल उपलब्धता का इंतजाम किया जाएगा। ऐस गार्डन जहां पानी का कोई इंतजाम नहीं है, वहां पर विधायक निधि या अन्य स्त्रोतों से जल्द उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा।
जानकारी हो कि वन विभाग को नदी किनारे करीब 35 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है लेकिन अभी विभाग ने सिर्फ आठ हजार ही पौधे लगाए है। नदी किनारे के कुछ स्थानों पर अतिक्रमण,फेंसिंग व सीमांकन की समस्यांओं के कारण पौधारोपण नहीं हो पा रहा है। निगम की और से तहसीलदारों को सीमांकन के लिए पत्र लिखा है और नदी किनारे अतिक्रमण हटाने की भी तैयारी है।निगन शहर में कुछ नए उद्यानों का निर्माण कर रहा है, ऐसे उद्यानों में सिविल वर्क चल रहा है। वर्क आर्डर व टेंडर जारी होने के बाद भी काम अधूरा है। ऐसे बगीचों को जल्द विकसित कर वहां पर पेड़ पौधे लगाने की कवायद की जाएगी।
रिंगरोड पर आइडीए के माध्यम से विकसीत किए गए ग्रीन बेल्ट के कई हिस्सों पर रोड निर्माण व पाइप लाइन डालने के कारण कुछ जगह गेप हो गई है। ऐसे में यहां पर निगम पौधारोपण करेगा। निगम द्वारा शहर के पाश इलाकों में टेरेस गार्डन बनाने पर जोर दे रहा है। रहवासी संघों के बीच जाकर निगम के एनजीओ लोगों को अपने घरों की छतों पर हरियाली के लिए पौधे लगाने के लिए कहेंगे। इसके अलावा शहर में ग्रीन स्लम भी बनाए जाएगे। इसके लिए निगम के उद्यान विभाग ने करीब 15 हजार मैथी व टमाटर रौपे वाले पौधे तैयार किए है। इन पौधों को स्लम क्षेत्र की बस्तियों में खाली जमीन व गमले में लगाया जाएगा। इससे वहां पर हरियाली होगी साथ ही सब्जियों का उपयोग बस्ती के लोग कर सकेंगे।।
वायु गुणवत्ता सूचकांक के सर्वे में अंक: 150
हरियाली बढ़ाने के प्रयास
कुल गार्डन: 1156
हकीकत: 75 फीसद में ही है हरियाली
यह होगा: 170 नए गार्डन तैयार होंगे।
डिवाइडर: 2 किलोमीटर का क्षेत्र में डिवाइडर पर लगाएंगे पौधे
ग्रीन बेल्ट : 10 किमी के ग्रीन बेल्ट में गेप फीलिंग के तहत पौधे लगाएंगे
फव्वारे: 90 बगीचाें व चौराहों पर फव्वारे लगे जिसमें 70 चालू है। शेष चालू करवाएंगे। शहर में 10 से अधिक चौराहों पर नए फव्वारे लगाएंगे।
निगम के उद्यान विभाग का अमला
- 1200 कर्मचारी
- सात चयनित एजेंसी जो पौधे उपलब्ध करवाती है।
- तीन नर्सरी है जिनमें छोटे पौधे तैयार किए जाते है।
इन स्थानों पर भी होगी हरियाली
- चार नंबर जोन में खेल संकुल परिसर में पौधे लगाए जाएंगे।
-आईडीए के बनाए गए शहीद पार्क में भी हरियाली की जाएगी।