Bhopal Iztima: फजिर की नमाज के बाद आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आगाज, 19 देशों से आए जमाती, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
भोपाल में आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आगाज हुआ, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम सम्मेलन है। महाराष्ट्र के मौलाना हारून साहब के बयान से शुरू हुए इस आयोजन में 19 देशों के जमाती शामिल हैं। अमन, अनुशासन और भाईचारे का प्रतीक यह इज्तिमा सुरक्षा और चिकित्सा के पुख्ता इंतजामों के साथ आयोजित किया जा रहा है, जिसमें आपातकालीन सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है।

इज्तिमा स्थल पर एकत्रित जमाती।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राजधानी के ईंटखेड़ी इलाके में शुक्रवार सुबह आलमी तब्लीगी इज्तिमा, जो मक्का-मदीना के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम धर्मसम्मेलन माना जाता है, फजिर की नमाज के बाद महाराष्ट्र के भिवंडी से आए मौलाना हारून साहब के बयान के साथ शुरू हो गया। भोपाल का यह आलमी तब्लीगी इज्तिमा अमन, अनुशासन और तंजीम की बेहतरीन मिसाल पेश कर रहा है। यहां इबादत के साथ-साथ इंसानियत और भाईचारे की रूह भी महसूस की जा सकती है। इस चार दिवसीय मजहबी समागम में दुनियाभर से लगभग 12 लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है।
19 देशों के जमाती शामिल
मीडिया कोआर्डिनेटर डा. उमर हाफिज़ के अनुसार इस बार इज्तिमा में 19 देशों से विदेशी जमाती शरीक हो रहे हैं। इनमें इंडोनेशिया, केन्या, मलेशिया, सऊदी अरब, ईरान, मोरक्को, बहरीन, बुर्किना फासो (ऊपरी वोल्टा), कोटे डी आइवोर (हाथीदांत तट), मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, श्रीलंका, संयुक्त राज्य अमेरिका, युगांडा, ट्यूनीशिया और जॉर्डन शामिल हैं।
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एम्बुलेंस सेवा से बेहतर चिकित्सा इंतजाम
इज्तिमा में बेसिक, बाइक और बैटरी (इलेक्ट्रिक) एम्बुलेंस सेवाएं शुरू की गई हैं। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में इमरजेंसी मरीजों को त्वरित चिकित्सा सहायता देने के उद्देश्य से 8 से 10 एम्बुलेंस तैनात की गई हैं, जिनमें पीएम श्री एम्बुलेंस भी शामिल है। यह व्यवस्था आपात स्थिति में त्वरित और सुरक्षित उपचार सुनिश्चित करेगी।
सुरक्षा की चौकस व्यवस्था
डा. उमर हाफिज़ ने बताया कि इस बार की तैयारियां पहले से अधिक संगठित और मुकम्मल हैं। पूरे पंडाल और पार्किंग क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा इमरजेंसी कॉरिडोर बनाए गए हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके।

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