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नोटबंदी के बाद 44 हजार लोडिंग वाहन घटे

नोटबंदी का असर सरकार के राजस्व पर दिखाई प़डने लगा है। मप्र में राजस्व में करा़ेडों रुपए की कमी आई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 27 Nov 2016 04:50 AM (IST)Updated: Sun, 27 Nov 2016 04:59 AM (IST)
नोटबंदी के बाद 44 हजार लोडिंग वाहन घटे

भोपाल [ रवींद्र कैलासिया ]। नोटबंदी का असर सरकार के राजस्व पर दिखाई प़डने लगा है। मप्र में विभिन्न प्रकार के माल लाने वाले वाहनों से वाणिज्यिक कर के रूप में मिल रहे राजस्व में करा़ेडों रुपए की कमी आई है। प्रवेश कर में ही ये कमी 15 से 20 प्रतिशत है। मप्र में सामान लेकर आने वाले ट्रक और ट्रालों की संख्या नौ नवंबर के बाद दस दिन में 44 हजार से कम हुई है।
जो ट्रक या ट्राला वाहन, कोयला आदि लाते हैं, उन पर दो फीसदी प्रवेश कर और लोहा, सोयाबीन, किराना, रेडीमेड गारमेंट लाने वाले ट्रक या वाहनों पर एक फीसदी प्रवेश कर है। बताते हैं कि नौ से लेकर 19 नवंबर के बीच मप्र के सभी वाणिज्यिक कर चेकपोस्ट पर करीब 44 हजार ट्रक और वाहन कम आए, जिससे करा़ेडों रुपए का प्रवेश कर नहीं मिला।
मुलताई चेकपोस्ट पर ब़डा असर
बताते हैं कि बैतूल जिले के मुलताई चेकपोस्ट से नौ नवंबर के बाद से प्रतिदिन केवल 800-850 वाहन ही आ रहे हैं, जबकि पहले यह संख्या 1200-1250 तक होती थी, वहीं छिंदवा़डा के तीन चेकपोस्ट पर 15 से 20 फीसदी वाहनों की संख्या में कमी दर्ज की गई है।
रतलाम के चेकपोस्ट पर भी गिरावट
रतलाम जिले में चार चेकपोस्ट हैं जिनमें से दो ब़डे नयागांव और पिटोल हैं। सूत्र बताते हैं कि नयागांव में ट्रक और ट्राला की संख्या में 35 फीसदी कमी आई है, वहीं पिटोल चेकपोस्ट पर वाहनों की संख्या 1500 से 1600 थी, जो 1000 से 1100 रह गई है।

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रिकवरी कर ली जाएगी
वाहनों के मप्र में आने की संख्या आठ नवंबर के बाद घटी है। इससे प्रवेश कर भी प्रभावित हुआ है। आने वाले दिनों में रिकवरी कर ली जाएगी।
-- मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव, वाणिज्यिक कर


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