ठंड में भी जरूर पिए एक से डेढ़ लीटर तक पानी, हार्ट अटैक और लकवे के खतरे से रहेंगे दूर
Drink more water गर्मी में तो सभी लोग पानी पीते हैं लेकिन ठंड में भी भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिये। इससे ठंड में बढ़ने वाले हार्ट अटैक लकवा के खतरे को भी पानी पीकर काफी हद तक कम किया जा सकता है।
जबलपुर, जेएनएन। चिलचिलाती ठंड ने सभी को परेशान कर रखा है। ठंड का असर बच्चों और बड़ों के शरीर पर किसी न किसी रूप में देखने को मिल रहा है। ठंड से खांसी, बुखार, हाथ-पैर में दर्द से लेकर डायरिया, डिहाइड्रेशन, पेट दर्द, कान दर्द, चक्कर आना जैसी समस्याएं बढ़ गई हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. अजय तिवारी के मुताबिक उनके पास आने वाले ज्यादातर मरीज भीषण सर्दी के असर से बीमार होते हैं। रोजाना करीब डेढ़ लीटर पानी पीने से इन सभी समस्याओं को कम किया जा सकता है। न केवल ये समस्याएं बल्कि दिल का दौरा, लकवा, जो ठंड में बढ़ जाती है, के खतरे को भी पानी पीने से काफी हद तक कम किया जा सकता है।
पानी पीने से होता है खून पतला
डॉ. तिवारी ने बताया की लोग ठंड के मौसम में पानी पीना बंद कर देते हैं। और यहीं से सारी समस्याएं शुरू होती हैं। ठंड के मौसम में खून जल्दी गाढ़ा हो जाता है। जो पानी की कमी से आसानी से पतला नहीं होता है। यही कारण है कि गाढ़ा होने के कारण शरीर के हृदय, फेफड़े, गुर्दे और मस्तिष्क तक रक्त आसानी से नहीं पहुंच पाता है। रक्त शरीर के अंगों तक आक्सीजन पहुंचाने का एकमात्र साधन है। जब रक्त गाढ़ा होने के कारण कम पहुंचता है तो आक्सीजन की पहुंच भी कम हो जाती है। यही कारण है कि हार्ट अटैक, पैरालिसिस की समस्या बढ़ जाती है। ठंड के दिनों में भी अगर रोज गुनगुना पानी पीने से खून पतला होता है और शरीर में बेहतर ब्लड सर्कुलेशन इन समस्याओं के खतरे को कम करता है।
शरीर को उतनी ही मात्रा में पानी की जरूरत
आहार और पोषण विशेषज्ञ डॉ. राजलक्ष्मी त्रिपाठी ने बताया कि लोग सर्दियों में पानी पीना बंद कर देते हैं क्योंकि प्यास कम होती है लेकिन शरीर को पानी की उतनी ही जरूरत होती है जितनी अन्य मौसमों में होती है। शरीर के सभी अंगों को कार्य करने के लिए रक्त और आक्सीजन की आवश्यकता होती है। जो पानी पीने से प्राप्त होता है। अगर आप ठंडा पानी नहीं पी सकते हैं तो गुनगुना या अपनी पसंद का पानी पिएं, लेकिन ठंड में भी पानी पिएं। हाथ-पैर में दर्द, कान में दर्द, सर्दी के कारण पेट दर्द के पीछे का कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी की कमी से भी ठंड में चक्कर आने की समस्या हो जाती है। इसलिए शरीर के अंगों को ठीक से काम करने के लिए पानी की कमी को दूर करना जरूरी है।
इन बातों का रखें ध्यान:
-ठंड में नियमित रूप से ठंडा या गर्म पानी पिएं।
-डायरिया होने पर ओआरएस लें।
-चाय, कॉफी, काढ़े का प्रयोग करें।
-जितना हो सके लिक्विड डाइट लें। जिससे पानी की कमी पूरी हो जाएगी।