बंगाल की खाड़ी में कम दबाव क्षेत्र बनने से मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम में हुआ बदलाव
वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। हवाओं का रुख उत्तरी उत्तर-पूर्वी एवं उत्तर-पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है। इस तरह की स्थिति अभी तीन-चार दिन तक बनी रह सकती है।
भोपाल, जेएनएन । मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में वर्तमान में किसी वेदर सिस्टम के सक्रिय नहीं रहने से छाए बादल छंट गए हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 28-29 नवंबर को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिले हैं। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ नमी आने के कारण एक बार फिर मध्य प्रदेश में बादल छाने लगेंगे। इससे रात के तापमान में फिर बढ़ोतरी होने लगेगी। हवाओं का रुख उत्तरी होने से दिन के साथ-साथ रात के तापमान में भी कुछ गिरावट होने लगी है।
जानकारी हो कि मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी ने बताया कि हवा का रुख लगातार परिवर्तनशील हो रहा है। इस वजह से मौसम साफ होने के बाद भी तापमान में अपेक्षित गिरावट नहीं हो रही है। उधर बंगाल की खाड़ी में 28-29 नवंबर के आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के संकेत मिल रहे हैं। इस सिस्टम के बनने से एक बार फिर हवाओं का रुख बदलेगा और वातावरण में नमी आने से बादल छाने लगेंगे। इससे रात के तापमान में फिर बढ़ोतरी होने लगेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी ने बताया कि भोपाल का अधिकतम तापमान 31.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह मंगलवार के अधिकतम तापमान (30.8 डिग्री सेल्सियस) की तुलना में 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। हवाओं का रुख उत्तरी, उत्तर-पूर्वी एवं उत्तर-पश्चिमी हो रहा है। इस वजह से तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला बना हुआ है। इस तरह की स्थिति अभी तीन-चार दिन तक बनी रह सकती है।