पूर्व सीएम चले संसद की ओर
चुनावी महासमर में दो दर्जन से अधिक पूर्व मुख्यमंत्री संसद पहुंचने की लड़ाई लड़ रहे हैं। आइए जानते हैं इनमें कुछ के बारे में विस्तार से। अरविंद केजरीवाल: आम आदमी पार्टी के संयोजक बनारस से चुनौती दे रहे हैं। 2
चुनावी महासमर में दो दर्जन से अधिक पूर्व मुख्यमंत्री संसद पहुंचने की लड़ाई लड़ रहे हैं। आइए जानते हैं इनमें कुछ के बारे में विस्तार से।
अरविंद केजरीवाल:
आम आदमी पार्टी के संयोजक बनारस से चुनौती दे रहे हैं। 28 दिसंबर, 2013 से 14 फरवरी, 2014 तक 49 दिनों के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
बीएस येद्दयुरप्पा: कर्नाटक के शिमोगा से भाजपा उम्मीदवार। 30 मई, 2008-31 जुलाई, 2011 के दौरान प्रदेश में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड बनाया था।
डीवी सदानंद गौड़ा:
बेंगलूर-उत्तर से भाजपा के उम्मीदवार। 4 अगस्त, 2011 से 12 जुलाई, 2012 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री।
एन धरम सिंह:
कर्नाटक के बीदर से कांग्रेस उम्मीदवार। 28 मई, 2004 से तीन फरवरी, 2006 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री।
वीरप्पा मोइली:
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री कांग्रेस के टिकट पर चिकबालापुर से मैदान में हैं। 19 नवंबर, 1992 से 11 दिसंबर, 1994 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हैं।
एचडी देवगौड़ा:
जद (एस) के मुखिया अपनी वर्तमान सीट हसन को बचाने के लिए मैदान में हैं। 11 दिसंबर, 1994 से 31 मई, 1996 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री थे।
एचडी कुमारस्वामी:
देवगौड़ा के बेटे चिकबालापुर से मोइली को चुनौती पेश कर रहे हैं। तीन फरवरी, 2006 से 9 अक्टूबर, 2007 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे।
बीसी खंडूरी:
भाजपा के प्रत्याशी उत्तराखंड के गढ़वाल से खम ठोंक रहे हैं। 2007-09 और 2011-12 के दौरान दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर रहच्चुके हैं।
भगत सिंह कोश्यारी:
नैनीताल-ऊधम सिंह नगर सीट से भाजपा प्रत्याशी हैं। 29 अक्टूबर, 2001 से मर्च्च, 2002 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर रहे।
रमेश पोखरियाल निशंक:
हरिद्वार से भाजपा उम्मीदवार। 27 जून, 2009 से 11 सितंबर, 2011 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
शांताकुमार:
हिमच्चल के कांगड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी। 1990-92 के दौरान प्रदेश के सीएम।
शिबू सोरेन:
झामुमो के टिकट पर झारखंड के दुमका सेच्चुनौती दे रहे हैं। तीन बार (2-12 मर्च्च 05, व अगस्त, 2008- 18 जनवरी, 2009 और 30 दिसंबर, 2009- 31 मई, 2010) प्रदेश के सीएम रहच्चुके हैं।
बाबूलाल मरांडी:
दुमका से ही झारखंड विकास मच्र्चा (प्रजातांत्रिक) के टिकट परच्चुनौती दे रहे हैं। अस्तित्व में आने के बाद प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे।
हेमानंद विस्वाल:
कांग्रेस के टिकट पर ओडिशा की सुंदरगढ़ सीट से मैदान में हैं। 1989-90 और 1999-2000 के दौरान दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
गिरिधर गमांग:
ओडिशा के कोरापुट सीट से कांग्रेस प्रत्याशी। 17 फरवरी, 1999 से 6 दिसंबर 1999 तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
पीए संगमा:
नेशनल पीपुल्स पार्टी से मेघालय की तुरा सीट से खम्म ठोंक रहे हैं। 1988-1990 के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
शंकर सिंह वाघेला:
गुजरात के साबरकांठा से कांग्रेस प्रत्याशी। 1996 से 97 के बच्च प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे।
अजीत जोगी:
कांग्रेस के दिग्गज नेता। छत्तीसगढ़ के महासमुंद लोकसभाच्चुनाव क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार। मध्य प्रदेश से काटकर अलग नया राज्य बनने पर 2000-2003 के दौरान प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने।