आज आएंगे राजनाथ, असंतुष्टों का लखनऊ में डेरा
संसदीय क्षेत्र लखनऊ से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी घोषित होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह बुधवार को पहली बार अपने क्षेत्र के मतदाताओं से रूबरू होंगे। उनके प्रथम बार आगमन पर स्वागत की तैयारी जोरों पर है। हालांकि उनका बड़ी संख्या में असंतुष्टों से भी सामना होगा। राजनाथ सिंह कार्यकर्ताओं से बैठक कर चुनाव तैयारी की सम
लखनऊ। संसदीय क्षेत्र लखनऊ से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी घोषित होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह बुधवार को पहली बार अपने क्षेत्र के मतदाताओं से रूबरू होंगे। उनके प्रथम बार आगमन पर स्वागत की तैयारी जोरों पर है। हालांकि उनका बड़ी संख्या में असंतुष्टों से भी सामना होगा। राजनाथ सिंह कार्यकर्ताओं से बैठक कर चुनाव तैयारी की समीक्षा भी करेंगे। दूसरी ओर टिकट वितरण से असंतुष्ट खेमा भी राजनाथ सिंह की घेराबंदी करने की तैयारी में है। बस्ती सीट पर हरीश द्विवेदी को प्रत्याशी बनाने का विरोध कर रहे गोरखपुर क्षेत्र के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में लखनऊ में डेरा डाले हैं।
भाजपा की राह में कांटे
सत्ता परिर्वतन का सपना देख रही भाजपा की राह में असंतुष्टों ने कांटे बिछा दिए हैं। टिकट की लड़ाई विद्रोह की दहलीज के करीब पहुंच चुकी है। लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अपनों से ही जूझती दिख रही है। पूवरंचल में सात बार भाजपा के टिकट पर बांसी से लड़े और छह बार जीते विधायक जयप्रताप सिंह ने जगदंबिका पाल को टिकट देने से नाराज होकर अपनी पत्नी को कांग्रेस का टिकट दिला दिया और खुद बगावत का रास्ता पकड़ लिया। देवरिया में सूर्य प्रताप शाही एवं श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी की नाराजगी भी खतरे का संकेत दे रही है। खलीलाबाद में रमापतिराम त्रिपाठी के बेटे शरद को टिकट देने का विरोध शुरू है। प्रतापगढ़ और मीरजापुर सीटें गठबंधन की समस्या से ग्रस्त हैं। स्वामी चिन्यमानंद और रामविलास वेदांती के विद्रोही स्वर अभी शांत नहीं हुए वहीं पूर्व मंत्री हृदयनारायण दीक्षित के सपा में जाने की चर्चाएं हैं।